नई दिल्ली। राजस्थान में हुए पंचायत चुनावों में मिली जीत से भारतीय जनता पार्टी उत्साहित नजर आ रही है। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इस जीत को प्रधानमंत्री मोदी के ऊपर गांव, गरीब, किसान और मजबूत के विश्वास का प्रतीक बताया है। जेपी नड्डा ने कहा है कि राजस्थान में ग्रामीण क्षेत्र की जनता, किसान और महिलाओं ने भारतीय जनता पार्टी में विश्वास प्रकट किया है।
राजस्थान के 21 जिलों में 4371 पंचायत समिति सदस्यों के चुनाव में भाजपा के 1835 उम्मीदवार जीत गए हैं जबकि कांग्रेस के 1718 उम्मीदवारों को जीत मिली है। राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार, निर्दलीय 420 व राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) को 56 जगहों पर विजयी प्राप्त हुई है। इसी तरह जिला परिषद सदस्यों के चुनाव में कांग्रेस 204, भाजपा 266 व आरएलपी पांच सीटों पर जीती है। कुल 636 जिला परिषद सदस्यों के लिए चुनाव हुए हैं। कुछ जगहों पर अभी परिणाम आना बाकी है।
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने पंचायती चुनाव में भाजपा की जीत पर कहा कि पंचायती राज चुनावों के ये परिणाम वास्तव में कांग्रेस सरकार के झूठ, फ़रेब, दम्भ व अहंकार की पराजय है तथा यह जीत केन्द्र की मोदी सरकार पर जनता के विश्वास की है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि पंचायती राज चुनाव के परिणाम इस भ्रष्ट सरकार की विदाई का एक निश्चित संकेत है।
राजस्थान के 21 जिलो में कुल 636 जिला परिषद सदस्यों और 4,371 पंचायत समिति सदस्यों के चुनाव के लिए अजमेर, बांसवाड़ा, बाड़मेर, भीलवाड़ा, बीकानेर, बूंदी, चित्तौड़गढ़, चुरू, डूंगरपुर, हनुमानगढ़, जैसलमेर, जालोर, झालावाड़, झुंझुनू, नागौर, पाली, प्रतापगढ़, राजसमंद, सीकर, टोंक और उदयपुर में मतदान 23 और 27 नवंबर और एक और पांच दिसंबर को चार चरणों हुआ था।