Highlights
- मंदिर के पुजारी ने खुद को लगाई थी आग
- इलाज के दौरान कल रात पुजारी की हुई मौत
- जयपुर के मुरलीपुरा थाना क्षेत्र की है घटना
Rajasthan News: जयपुर के मुरलीपुरा थाना क्षेत्र के मंदिर के पुजारी जिसने गुरुवार को आग लगाकर कथित रूप से आत्महत्या करने की कोशिश की थी, उसकी इलाज के दौरान कल रात मौत हो गयी। पुलिस ने इसकी जानकारी दी। थानाधिकारी देवेंद्र कुमार ने शुकवार को बताया कि शंकर विहार के एक मंदिर के 62 साल के पुजारी गिर्राज शर्मा की गुरुवार रात को सवाई मान सिंह अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। उन्होंने बताया कि पुजारी ने मंदिर समिति के एक सदस्य के घर के बाहर गुरुवार को खुद को आग लगा ली थी।
पुजारी की पत्नी ने 7 के खिलाफ कराई एफआईआर
पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुजारी ने मंदिर समिति के सदस्यों द्वारा प्रताड़ित किए जाने का आरोप लगाया था। उन्होंने बताया कि पुजारी को इलाज के लिये अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, जहां उपचार के दौरान उनकी बीती रात मौत हो गई। कुमार ने बताया कि पुजारी की पत्नी ने इस संबंध में सात लोगों के खिलाफ नामजद मामला दर्ज कराया था। उन्होंने बताया कि दर्ज शिकायत के आधार पर आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 306 (आत्महत्या के लिये उकसाना) और 120 बी (आपराधिक साजिश के लिये किसी व्यक्ति को दोषी ठहराना) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पुजारी ने सुसाइड नोट में क्या लिखा था?
थानाधिकारी देवेंद्र कुमार ने बताया कि सात में से पांच आरोपियों दिनेश चंद धारीवाल, राम किशन शर्मा, सांवर लाल अग्रवाल, मूलचंद और माली राम को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं अन्य दो की तलाश जारी है। पुलिस ने बताया कि परिवार के सदस्यों को एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें पुजारी ने लिखा है कि वह पिछले 25 सालों से बिना किसी दिलचस्पी के मंदिर की सेवा कर रहा था और कॉलोनी के कुछ लोगों द्वारा उसे प्रताड़ित करने के बारे में लिखा गया है। थानाधिकारी ने बताया कि पीड़ित परिवार के सदस्यों के साथ बातचीत जारी है। वे परिवार को 50 लाख रुपये मुआवजा और सरकारी नौकरी की मांग कर रहे हैं। भाजपा के राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने पुजारी के निधन को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा, 'मैं राज्य सरकार से 50 लाख रुपये और परिवार को नौकरी देने की मांग करता हूं।