Highlights
- पुलिस ने उपद्रवी भीम आर्मी के 10 कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया
- 50 लाख मुआवजा,1 सदस्य को नौकरी और स्कूल की मान्यता रद्द करने की मांग
- पानी का मटका छूने पर 9 वर्षीय बच्चे की हुई थी पिटाई
Rajasthan News: राजस्थान के जालोर जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया था। सुराणा गांव में एक प्राइवेट स्कूल के टीचर की पिटाई से हुई दलित छात्र की मौत के बाद गांव में तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है। परिजन और प्रशासन की सहमति के 40 घंटे बाद बच्चे का अंतिम संस्कार किया गया। दरअसल, प्रदर्शनकारी बच्चे के शव को छीनना चाह रहे थे। उन्होंने पुलिस पर पथराव कर दिया। भीड़ के उग्र होने पर पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा, जिसमें कई लोगों को चोटें आई हैं।
दिनभर में करीब 4 बार बातचीत, नहीं निकला हल
रविवार को 9 साल के छात्र का शव सुराणा गांव पहुंचा था। मांगें पूरी न होने तक परिजन बच्चे का अंतिम संस्कार न करने पर अड़े हुए थे। इसके बाद घर के आंगन में शव को रखकर प्रशासन और परिजनों के बीच बातचीत हुई। 50 लाख रुपये का मुआवजा, परिवार के 1 सदस्य को सरकारी नौकरी और स्कूल की मान्यता रद्द करने की मांग की गई। दिनभर में करीब 4 बार बातचीत हुई, लेकिन कोई हल नहीं निकला।
प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पत्थर फेंके
इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पत्थर फेंकने शुरू कर दिए। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने लाठियां बरसाईं, जिसमें महिला समेत कई लोग घायल हुए। पुलिस ने उपद्रवी भीम आर्मी के 10 कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया। शाम करीब साढ़े 7 बजे परिवारवालों से मुआवजे पर सहमति बनी और बच्चे का अंतिम संस्कार किया गया।
क्या है पूरा मामला
सुराणा गांव में पानी का मटका छूने पर एक प्राइवेट स्कूल के 9 वर्षीय छात्र इंद्र मेघवाल की 20 जुलाई को पिटाई की गई थी। इसके बाद अहमदाबाद के एक अस्पताल में शनिवार को उसकी मौत हो गई। राज्य के शिक्षा विभाग ने मामले की जांच शुरू कर दी है। जालोर के एसपी हर्षवर्धन अग्रवाल ने बताया कि लड़के को बुरी तरह से पीटा गया था। उन्होंने कहा कि बताया गया है कि पीने के पानी का बर्तन छूने के कारण बच्चे की पिटाई की गई। उन्होंने कहा कि इस मामले में अभी जांच की जानी है।
बता दें, स्कूल टीचर छैल सिंह ने छात्र इंद्र को कान पर थप्पड़ मार दिया था, जिससे उसकी नस फट गई थी। वह कराहते हुए घर पहुंचा और पूरे मामले की जानकारी परिजनों को दी। इसके बाद पिता और अन्य परिवार वाले उसे हॉस्पिटल लेकर भागे। बागोड़ा, भीनमाल, डीसा, मेहसाणा, उदयपुर में इलाज कराया गया था, लेकिन शनिवार को उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। इसके बाद गांव में तनाव की स्थिति बनी हुई है। उधर, पुलिस ने SC-ST एक्ट और हत्या की धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज कर टीचर छैलसिंह को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है।