Highlights
- "ED, CBI, इनकम टैक्स का दुरुपयोग हो रहा"
- "केन्द्र सरकार के दबाव में काम कर रही जांच एजेंसियां"
- "लोकतंत्र में विचारों की लड़ाई है हमारी इसमें कोई दुश्मनी नहीं होती है"
Rajasthan News: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केन्द्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि केंद्रीय जांच एजेंसियां आज केन्द्र सरकार के दबाव में काम कर रही है। गहलोत ने जांच एजेंसियों के काम करने के तरीके को लेकर भी सवाल किए हैं। सीएम ने बताया कि जांच एजेंसियां दबाव में काम कर रहीं हैं।
"हमें ही नहीं लाखों लोगों को ऐतराज है"
गहलोत ने मीडिया से बातचीत में कहा, ‘‘केन्द्रीय जांच एजेंसियां CBI, प्रवर्तन निदेशालय (ED), इनकम टैक्स अपना काम निष्पक्ष होकर करें किसी को शिकायत नहीं हो सकती है। दबाव में काम नहीं करें। आज वो केन्द्र सरकार के दबाव में काम कर रही है, यह हमारी शिकायत है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘सुप्रीम कोर्ट ने जो फैसला दिया है वो कानून की दृष्टि से दिया है। हालांकि उससे हम निराश हुए हैं, क्योंकि ED, CBI, इनकम टैक्स का दुरुपयोग हो रहा है देश के अंदर, तो हमें ऐतराज है, हमें ही नहीं लाखों लोगों को ऐतराज है।’’
"लोकतंत्र में विचारधारा की लड़ाई है"
उन्होंने कहा, ‘‘हमारा मानना है कि देश में लोकतंत्र रहे। संविधान के अंतर्गत कानून का राज है । कानून का राज रहेगा तो हम लोग सब खुशहाल रहेंगे। अन्याय, अत्याचार नहीं होगा, वरना लोकतंत्र कमजोर होगा।’’ इससे पूर्व गहलोत ने रविवार को हरिश्चन्द्र माथुर लोक प्रशासन संस्थान के सभागार में आयोजित वंश लेखक सम्मेलन और प्रतिभा सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि लोकतंत्र में विचारधारा की लड़ाई है हमारी इसमें कोई दुश्मनी नहीं होती है, न होनी चाहिए। अपनी-अपनी विचारधारा है।
34 लाख ऐतिहासिक अभिलेखों की माइक्रोफिल्म
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस तरह राज्य सरकार ने ऐतिहासिक अभिलेखों का डिजिटलाइजेशन किया है, उसी तरह वंश लेखक लेखन में नवाचार अपनाएं। उन्होंने कहा कि अकादमी द्वारा परम्परागत वंशावलियों के संरक्षण और संधारण के लिए सूचना एवं प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किया जाए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार वंश लेखकों के हितों के लिए योजनाएं बना रही हैं। शीघ्र ही जयपुर में वंशावली संरक्षण एवं संवर्धन अकादमी का कार्यालय शुरू किया जाएगा। यहां से प्रदेश के वंश लेखकों के उत्थान में कार्य संपादित होंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा अभी तक 34 लाख ऐतिहासिक अभिलेखों की माइक्रोफिल्म बनाई जा चुकी है और 25 लाख अभिलेखों की शीघ्र बनाई जाएगी।