Highlights
- राजस्थान में दलित बच्चे के मौत का मामला
- बीजेपी ने स्कूल संचालक के खिलाफ की कार्रवाई की मांग
- टीचर ने दलित बच्चे को पीने के बर्तन छूने पर कथित तौर पर पीटा था
Rajasthan News: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने रविवार को जालौर के उस निजी स्कूल संचालक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जहां एक अध्यापक ने दलित बच्चे को पीने के बर्तन को छूने के कारण कथित तौर पर पीटा था, जिससे शनिवार को बच्चे की मौत हो गई। भाजपा प्रवक्ता और विधायक रामलाल शर्मा ने कहा कि विद्यालय की मान्यता रद्द की जाए ताकि विद्यालयों में अनुशासन बना रहे। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने भी घटना की निंदा की है और इस संबंध में पार्टी मंगलवार को राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन राज्य के सभी जिलाधिकारियों को देगी। दलित छात्र इंद्र कुमार (नौ) की शनिवार को मौत हो गई। दलित छात्र को स्कूल के एक अध्यापक ने कथित तौर पर पीने के पानी के बर्तन को छूने पर पीट दिया था, जिसके बाद उसकी मौत हो गई।
आरोपी शिक्षक गिरफ्तार
आरोपी अध्यापक छैलसिंह (40) को गिरफ्तार कर लिया गया है। भाजपा प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने कहा, ‘‘जालौर जिले के एक निजी विद्यालय में एक शिक्षक द्वारा दलित बच्चे के साथ इतनी मारपीट करना कि इलाज के दौरान उसकी मौत हो जाये। राजस्थान के अंदर यह पहली घटना है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा मांग करती है कि प्रदेश के अंदर इस प्रकार की दूसरी घटना घटित नहीं हो… तत्काल कार्रवाई की जाए और विद्यालय संचालकों के खिलाफ कार्रवाई हो तथा विद्यालय की मान्यता को रद्द किया जाए ताकि विद्यालयों के अंदर एक अनुशासन बना रहे।’’ बसपा के प्रदेश अध्यक्ष भगवान सिंह बाबा ने कहा कि घटना के खिलाफ पार्टी 16 अगस्त को राज्य भर के जिलाधिकारियों को राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन देगी।
20 जुलाई को अध्यापक ने पिटाई की थी
जालौर पुलिस ने आरोपी शिक्षक छैल सिंह को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है और उस पर हत्या और अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। जालौर के सायला थाना क्षेत्र के सुराणा गांव के निजी स्कूल के छात्र इंद्र मेघवाल की 20 जुलाई को अध्यापक ने पिटाई की थी। उसकी शनिवार को अहमदाबाद के एक अस्पताल में मौत हो गई। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि मामले की त्वरित जांच के लिये इसे ‘केस ऑफिसर स्कीम’ में लिया जायेगा। उन्होंने शनिवार रात मुख्यमंत्री राहत कोष से बालक के परिवार को पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायत देने की भी घोषणा की।