राजस्थान में 28 फरवरी से प्रदर्शन कर रहीं वीरांगनाओं के अपमान के मुद्दे पर बीजेपी ने अब गहलोत सरकार को घेर लिया है। भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। वीरांगनाओं के अपमान के विरोध में जयपुर में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने गहलोत सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। बैरिकेडिंग क्रॉस करने को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच हल्की झड़प भी देखने को मिली है। वहीं पुलिस ने कुछ भाजपा कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया है। भाजपा नेताओं का कहना है कि वीरांगाओं के किए गए अपमान और बदसलूकी के लिए राज्य सरकार माफी मांगे।
बुरे घिरे अशोक गहलोत
बता दें कि भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा को हिरासत में लिए जाने का भी भाजपा विरोध कर रही है। वहीं जयपुर की सड़कों पर हजारों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ता इंसाफ की मांग कर रहे हैं। बता दें कि एक वीरांगना से मिलने पहुंची भाजपा सांसद रंजीता कोली के साथ भी पुलिस ने बदसलूकी की। इस कारण गहलोत सरकार के खिलाफ राज्य की भाजपा इकाई ने मोर्चा खोल दिया है। वहीं इस मुद्दे पर गहलोत सरकार में मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास का भी रिएक्शन आया है। उन्होंने कहा है कि ऐसे मामले में थोड़ा झुकना पड़े तो झुकना चाहिए। सचिन पायलट ने भी अशोक गहलोत को लेकर कहा कि वीरांगनाओं की बात सुननी चाहिए।
वीरांगनाओं से टकराना गहलोत को पड़ रहा भारी
बता दें कि ये वीरांगनाएं 28 फरवरी से प्रदर्शन कर रही हैं और इन्होंने नियमों में बदलाव की मांग करते हुए 6 दिन पहले अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी थी। महिलाओं की मांग है कि न सिर्फ उनके बच्चों बल्कि उनके रिश्तेदारों को भी अनुकंपा के आधार पर सरकारी नौकरी दी जाए। उनकी अन्य मांगों में सड़कों का निर्माण और उनके गांवों में शहीदों की प्रतिमाएं लगाना शामिल है। पुलिस कार्रवाई पर प्रतिक्रिया देते हुए टोंक में पायलट ने कहा कि वीरांगनाओं के मामले को संवेदनशीलता के साथ सुना जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मेरा आज भी मानना है कि हम सड़क निर्माण, घर निर्माण और प्रतिमा लगाने की उनकी मांग पूरी कर सकते हैं।