Highlights
- बीजेपी पर साधु आत्मदाह प्रकरण में राजनीति करने का आरोप लगाया
- 'हमारी सरकार द्वारा खनन माफिया के विरुद्ध अभियान शुरू किया गया'
- 'जहां खनन के विरुद्ध संतों ने आंदोलन चलाया वो अवैध नहीं वैध खनन है'
Rajasthan News: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को कहा कि उनकी सरकार ने उस खनन माफिया के खिलाफ अभियान शुरू किया है, जो वैध खनन के समानांतर काम करता है। इसके साथ ही गहलोत ने एक बार फिर बीजेपी पर साधु आत्मदाह प्रकरण में राजनीति करने का आरोप लगाया।
गहलोत ने सोमवार को एक बयान में कहा, "हमारी सरकार द्वारा खनन माफिया के विरुद्ध अभियान शुरू किया गया है, जो वैध खनन के समानांतर काम कर रहे हैं।" इसके साथ ही उन्होंने कहा, "राज्य के डीग और कामां में जहां खनन के विरुद्ध संतों ने आंदोलन चलाया वो अवैध नहीं वैध खनन है। यहां केंद्र व राज्य सरकार की अनुमति द्वारा खनन पट्टे जारी किए गए, जिसके आधार पर वैध तरीके से खनन कार्य हो रहा था।"
वैध खदानों को शिफ्ट या बंद किया जाता रहा है- गहलोत
उन्होंने कहा, "वहां 2004 से संतों की ओर से आदिबद्री एवं कनकाचल पर्वत पर धार्मिक भावनाओं के कारण आंदोलन किया जाता रहा है। पूर्व में चाहे कांग्रेस की सरकार हो या बीजेपी की, संतों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए इन वैध खदानों को शिफ्ट या बंद किया जाता रहा है।"
गहलोत के मुताबिक, "हमारी सरकार द्वारा अवैध खनन के खिलाफ शुरू किए अभियान का इस आंदोलन से कोई संबंध नहीं है। यह बड़ा दुखद है कि बीजेपी एक संत की दुखद मृत्यु पर राजनीति कर रही है।" उन्होंने कहा कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने डीग में जांच समिति भेज दी और इस वैध खनन को अवैध खनन बताकर जनता में भ्रम फैलाने का काम किया।
गहलोत ने कहा, "वहां हजारों परिवारों की आजीविका इस वैध खनन से जुड़ी थीं, लेकिन धार्मिक भावनाओं का सम्मान करते हुए हमने वैध खनन को बंद करने का फैसला किया।" गौरतलब है कि भरतपुर के डीग में आत्मदाह का प्रयास करने वाले साधु विजय दास का शुक्रवार देर रात नई दिल्ली के अस्पताल में निधन हो गया। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मामले की जांच के लिए समिति बनाई, जिसने कल इलाके का दौरा किया।