राजस्थान से एक दुखद घटना सामने आई है। झालावाड़ जिले के झालरापाटन में एक स्थानीय मेले में भंडारे में प्रसाद खाने और पानी पीने के बाद एक बच्ची की मौत हो गई, जबकि 42 बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। मृतक बच्ची की पहचान अजय कश्यप की 7 वर्षीय बेटी तन्वी कश्यप के रूप में हुई है। अजय ने बताया कि मेले से लौटने के बाद तन्वी को उल्टी-दस्त की शिकायत हुई। इसके बाद हम उसे मंगलवार को डॉक्टर के पास ले गए। उसकी तबीयत बेहतर हो रही थी, लेकिन फिर उसे उल्टी-दस्त शुरू हो गए। फिर हम उसे अस्पताल ले गए, जहां उसकी हालत बिगड़ गई। बुधवार को उसकी मौत हो गई।
तीन बच्चे इमरजेंसी में भर्ती
झालावाड़ अस्पताल के बाल रोग विभाग के प्रमुख डॉ. गौतम नागौरी ने कहा कि फूड प्वॉइजनिंग की शिकायत वाले कम से कम 42 बच्चे अस्पताल में भर्ती किए गए। इनमें से 16 बच्चे पीआईसीयू, 6 बच्चे वार्ड और 3 बच्चे इमरजेंसी में भर्ती थे। ये सभी बच्चे खतरे से बाहर हैं। डॉ. गौतम नागौरी ने कहा कि पानी के नमूने ले लिए गए हैं और रिपोर्ट आने के बाद स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। सभी बच्चों को ड्रिप लगाई गई है। फिलहाल कोई मेडिकल इमरजेंसी नहीं है। माना जा रहा है कि इन बच्चों ने दूषित भोजन या पेय पदार्थ का सेवन किया है। ऐसे और भी बच्चे थे, जिन्होंने मेले में कुछ नहीं खाया, बल्कि या तो पानी पीया या नदी के पानी से हाथ-मुंह धोए। कुछ बच्चों ने भंडारे का प्रसाद भी खाया था।
बालाजी मंदिर के भंडारे से लिया था प्रसाद
सीएमएचओ डॉ. जीएम सैयद ने बताया कि मंगलवार को बच्चों ने वहां लगे हैंडपंप से पानी पी लिया था और बालाजी मंदिर के भंडारे से प्रसाद लिया था। कुछ बच्चों ने गोलगप्पे भी खाए, जिसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई। किसी भी बच्चे की हालत गंभीर नहीं है। अधिकारियों ने कहा कि परिवार के सदस्यों की ओर से बताए गए जल स्रोतों से सात नमूने लिए गए। अधिकारी ने कहा कि इनमें से चार नमूने नदी घाटों से, एक नमूना ट्यूबवेल से और दो नमूने हैंडपंप से लिए गए हैं। इन्हें जांच के लिए पीएचईडी लैब में भेजा गया है। उन्होंने कहा कि मेला समिति की बैठक भी बुलाई गई है और सभी को साफ-सफाई और ताजा खाद्य सामग्री रखने का निर्देश दिया गया है।
- IANS इनपुट के साथ