जयपुर: जयपुर कमिश्नरेट ऑफिस में शुक्रवार को एक अलमारी देखकर लोगों की आंखे खुली की खुली रह गईं। उसमें रखे सामान को देखकर अधिकारी दंग रह गए। योजना भवन स्थित बेसमेंट में कई दिनों से बंद पड़ी एक अलमारी से 2 करोड़ 31 लाख 49 हजार 500 रुपए बरामद हुए थे। इसके साथ ही एक किलो सोने के बिस्किट भी बरामद हुआ था। अब इस मामले में पुलिस ने शनिवार को सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग (डीओआईटी) के संयुक्त निदेशक वेद प्रकाश यादव को हिरासत में लेकर एसीबी को सौंप दिया।
घूसखोर अफसर के खिलाफ FIR दर्ज करते हुए उसे कोर्ट में पेश किया
वहीं एसीबी ने आज घूसखोर अफसर के खिलाफ FIR दर्ज करते हुए उसे कोर्ट में पेश किया। जहां से उसे तीन दिन की रिमांड पर भेजा गया है। इसके साथ ही यादव को विभाग ने सस्पेंड कर दिया है। यादव को शनिवार दोपहर हिरासत में ले लिया था और मामला करप्शन का होने के चलते एसीबी को सौंप दिया था। अब इस मामले का एक सीसीटीवी वीडियो फुटेज भी सामने आया है। इस फुटेज में वेद प्रकाश यादव 8 मई 2023 को अलमारी में पैसों से भरा बैग छुपाते हुए दिखाई दे रहा है।
नोटबंदी के दौरान खरीदी थी सोने की सिल्ली
सीसीटीवी में साफ दिखाई दे रहा है कि ड्यूटी ओवर होने के बाद वेद प्रकाश कंधे पर लैपटॉप का बैग लेकर बेसमेंट में गया। अलमारी का ताला खोलकर बैग रखा। फिर वहां से निकल गया। यह वही अलमारी है, जिससे पुलिस को 2.31 करोड़ रुपए और एक किलो सोना मिला। बताया जा रहा है कि यह रिश्वत आरोपी ने सीसीटीवी कैमरे खरीदने में ली थी। पुलिस से पूछताछ के दौरान उसने कबूला कि यह रकम उसने अलग-अलग लोगों से रिश्वत के रूप में ली है। इन्हें घर ले जाने के बजाय यहां इकट्ठा करता था। वहीं बताया जा रहा है कि उसने एक किलो सोने की सिल्ली नोटबंदी के दौरान पुराने नोटों को खपाने के लिए खरीदी थी।