आम चुनाव के दौरान सोशल मीडिया पर मतदाता जागरूकता में राजस्थान देश में अव्वल रहा और उसने निर्वाचन आयोग द्वारा जारी सोशल मीडिया रैंकिंग में संयुक्त रूप से पहला स्थान प्राप्त किया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि निर्वाचन आयोग ने देशभर में विभिन्न सोशल मीडिया मंच (‘एक्स, इंस्टाग्राम, फेसबुक और यूट्यूब) पर मतदाता जागरूकता में बेहतर प्रदर्शन के आधार पर रैंकिंग जारी की है।
चुनाव आयोग ने अप्रैल में सोशल मीडिया के प्रदर्शन के आधार पर रैंकिंग जारी की है, जिसमें राजस्थान और झारखंड ने संयुक्त रूप से पहला स्थान प्राप्त किया है। सीईओ राजस्थान के ‘एक्स, इंस्टाग्राम, फेसबुक और यूट्यूब अकाउंट्स पर पोस्ट की गई सामग्री को अप्रैल माह में करीब 11 लाख बार देखा गया। इस सामग्री को सबसे अधिक 6.83 लाख बार'एक्स' पर देखा गया। उन्होंने बताया कि लोकसभा आम चुनाव के लिए सोशल मीडिया के माध्यम से मतदाताओं को जागरूक करने के लिए विशेष कार्य योजना बनाई गई। सीईओ राजस्थान के सोशल मीडिया मंच पर क्षेत्रीय सामग्री को 'प्रेरक नारों' के साथ पोस्ट किया गया।
लोकसभा चुनाव में सोशल मीडिया का इस्तेमाल
लोकसभा चुनाव 2024 में सभी राजनीतिक दलों ने सोशल मीडिया का भरपूर इस्तेमाल किया। भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस दोनों दलों ने पहले की तुलना में डिजिटल मीडिया पर विज्ञापन के लिए कहां ज्यादा पैसा खर्च किया। सोशल मीडिया पर सभी बड़े नेताओं के भाषण लाइव किए गए। यूट्यूब, एक्स, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर लोगों के पास अपने पसंदीदा नेताओं का हर भाषण सुनने का मौका था। इस चुनाव के दौरान सोशल मीडिया पर कई अफवाहें भी फैलीं, जिससे चुनाव आयोग और संबंधित राजनीतिक दलों का काम मुश्किल हुआ।