Highlights
- भारतीय वन सेवा के 36 अधिकारियों का तबादला
- 7 अधिकारियों को अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया
- IAS के 33-IPS के 16 अधिकारियों का ट्रांसफर
Rajasthan IFS Transfer: राजस्थान सरकार ने भारतीय वन सेवा (IFS) के 36 अधिकारियों का सोमवार को ट्रांसफर कर दिया। इसके साथ ही सरकार ने सात अधिकारियों को अतिरिक्त कार्यभार सौंपा है। कार्मिक विभाग ने सोमवार रात इस बारे में आदेश जारी किया। इसके तहत मुनीश कुमार गर्ग को प्रधान मुख्य वन संरक्षक (कार्य आयोजना व वन बंदोबस्त-जयपुर) पद पर तैनात किया गया।
आदेश के मुताबिक, आईएफएस अरिंदम तोमर को प्रधान मुख्य वन संरक्षक व मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक, नमिता जे. प्रियदर्शी को अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक (प्रशासन-जयपुर) तथा वेंकटेश शर्मा को शासन सचिव (वन विभाग-जयपुर) बनाया गया है। सरकार ने गर्ग सहित सात अधिकारियों को अन्य पदों का अतिरिक्त कार्यभार भी सौंपा है।
आईएएस के 33-आईपीएस के 16 अधिकारियों का भी हुआ तबादला
इससे पहले, दिन में राज्य सरकार ने पुलिस व प्रशासनिक ढांचे में फेरबदल करते हुए भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के 33 और भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के 16 अधिकारियों का ट्रांसफर कर दिया। इसके तहत तीन पुलिस महानिरीक्षक, सात जिलाधिकारी एवं तीन जिला पुलिस अधीक्षक बदले गए हैं। इसके अलावा पांच आईएएस अधिकारियों को अन्य पदों का अतिरिक्त प्रभार दिया गया।
कार्मिक विभाग ने सोमवार को तीन अलग-अलग आदेश जारी किए। इसके तहत राजस्थान लघु उद्योग निगम लिमिटेड की प्रबंध निदेशक वीणा प्रधान को विभागीय जांच आयुक्त बनाया गया है, जबकि गृह सचिव कैलाश चंद मीणा को जोधपुर का संभागीय आयुक्त बनाया गया है।
जयपुर, कोटा, धौलपुर, बूंदी, अलवर, डूंगरपुर और जैसलमेर के जिलाधिकारी बदले
तबादलों की सूची के अनुसार जयपुर, कोटा, धौलपुर, बूंदी, अलवर, डूंगरपुर और जैसलमेर के जिलाधिकारी बदले गए हैं। विभाग के अनुसार, भरतपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक प्रसन्न कुमार खमेसरा को कोटा रेंज का पुलिस महानिरीक्षक, महानिरीक्षक कार्मिक गौरव श्रीवास्तव को भरतपुर रेंज का पुलिस महानिरीक्षक, सीआईडी (सीबी) महानिरीक्षक विकास कुमार को महानिरीक्षक (एटीएस जयपुर) बनाया गया है।
इसी के साथ अनिल कुमार को प्रतापगढ़ जिले का, मृदुल कच्छावा को झुंझुनू जिले का और संजीव नैन को दौसा जिले का पुलिस अधीक्षक बनाया गया है। राजस्थान सरकार ने एक राजस्थान प्रशासनिक सेवा (आरएएस) नारायण सिंह चारण को पद से हटा दिया और उन्हें पद स्थापना की प्रतीक्षा में रखा। चारण सिरोही के जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी थे।