Highlights
- राजस्थान में संक्रमण दर 7.61% से बढ़कर 15.52% तक यानी दोगुनी हो चुकी है
- कम आयु के बच्चे भी संक्रमित हो रहे हैं, देश की भावी पीढ़ी का जीवन सुरक्षित करना बेहद जरूरी
जयपुर: राजस्थान मंत्रिपरिषद ने राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों पर बुधवार को चिंता जताते हुए शत प्रतिशत टीकाकरण पर जोर दिया। राज्य मंत्रिपरिषद की ऑनलाइन बैठक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में हुई। मौजूदा हालातों पर मंथन के बाद सीएम गहलोत अब एक बार फिर गाइडलाइन की समीक्षा करेंगे। गृह विभाग संशोधित कर नया ड्राफ्ट सीएम की मंजूरी के लिए रखेगा। इसके बाद एक दो दिन में नई गाइडलाइन जारी हो सकती है। सरकारी प्रवक्ता के अनुसार, बैठक में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण पर चिंता व्यक्त की गई और इसकी रोकथाम के लिए कोरोना वायरस संबंधी प्रोटोकॉल का प्रभावी रूप से पालन सुनिश्चित करने तथा शत-प्रतिशत टीकाकरण पर बल दिया गया।
प्रवक्ता के अनुसार, बैठक में बताया गया कि विगत कुछ सप्ताह से लोगों के संक्रमित पाए जाने की दर लगातार बढ़ रही है। मात्र एक सप्ताह में यह दर 7.61 प्रतिशत से बढ़कर 15.52 प्रतिशत तक यानी दोगुनी हो चुकी है। बैठक में कहा गया कि इस वायरस से कम आयु के बच्चे भी संक्रमित हो रहे हैं और देश की भावी पीढ़ी का जीवन सुरक्षित करना बेहद जरूरी है। इसमें कहा गया कि दुनिया के कई देशों में दो साल की आयु तक के बच्चों को टीके लग रहे हैं लेकिन भारत में फिलहाल 15 से 18 साल तक के किशोर वर्ग का टीकाकरण हो रहा है।
बैठक में कहा गया कि चूंकि, भारत के बच्चों में पोषण से संबंधित समस्याएं पहले से ही हैं, इसलिए 12 साल से अधिक आयु के बच्चों का टीकाकरण जल्द शुरू होना चाहिए और केंद्र सरकार को इस संबंध में जल्द फैसला करना चाहिए। राज्य के चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा ने कहा कि राज्य में तीसरी लहर से मुकाबले के लिए तैयारी पूरी है। उन्होंने बताया कि 18 वर्ष से अधिक आयु के 94.4 प्रतिशत लोगों को पहली तथा 78 प्रतिशत लोगों को दूसरी खुराक दी जा चुकी है। इसके अलावा 56.5 प्रतिशत किशोर-किशोरियों को पहली खुराक दी जा चुकी है।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सचिव आशुतोष ए टी पेडणेकर ने बताया कि बीते सप्ताह में उपचाराधीन संक्रमित मरीजों की संख्या दोगुनी से अधिक हो गई है।
(इनपुट- एजेंसी)