राजस्थान में सरकारी कामकाज में बड़ी चूक का मामला सामने आया है। यहां राज्य सरकार द्वारा छापे गए 1 लाख कैलेंडर गलत तारीखों के साथ छप गए। गनीमत यह रही कि कुल 2.50 लाख कैलेंडर में से 1 लाख कैलेंडर छपने पर ही गलती सामने आ गई। बताया जा रहा है कि प्रूफ रीडिंग में चूक के चलते विभाग की इस प्रकार फजीहत हो रही है। ये कैलेंडर सरकार के विभिन्न विभागों में भेजे जाने थे। अब गलतियों को स्टीकर से ढंककर कैलेंडर का वितरण किया जा रहा है।
मामले के अनुसार सामान्य प्रशासन विभाग ने सरकारी छुट्टियों का कैलेंडर बनाकर प्रिंटिंग एवं स्टेशनरी विभाग को कैलेंडर छपवाने के लिए दिया था। बताया जा रहा है कि राज्य सरकार द्वारा छपवाए गए इन कैलेंडर में दीवार कैलेंडर की कीमत 13 रुपए और टेबल कैलेंडर की कीमत 23 रुपए हैं।
विभाग द्वारा साल 2021 के जो 1 लाख कैलेंडर छापे गए हैं, उनके 12 पन्नों में से 8 पन्नों पर तारीखों की खामी रह गई। कैलेंडर में प्रत्येक महीने आखिरी तारीख के बाद अगले महीने की तारीख अंकित रहती है। लेकिन इस बार फरवरी, मार्च, अप्रैल, जून, अगस्त, सितंबर, नवंबर और दिसंबर महीने में खामी सामने आई है। जैसे फरवरी में आखिरी तारीख रविवार 28 फरवरी के आगे के खाली 6 बॉक्स में 25 से 30 तक की तारीखें कर दी गई। इसी तरह से मार्च में आखिरी तारीख 31 बुधवार है। आगे के खाली रहे 3 बॉक्स में 1 से 3 तक की तारीख से अंकित होनी चाहिए थी, लेकिन इनमें 26, 27 व 28 अंकित कर दी गई।