जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि राज्य सरकार प्रदेश में मानसून के दौरान अब तक औसत से कम वर्षा की स्थिति में कृषि तथा पेयजल व्यवस्था के लिए पूरी तरह सजग है। उन्होंने संबंधित विभागों के अधिकारियों को सभी आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। गहलोत सोमवार रात को आपदा प्रबंधन, सहायता एवं नागरिक सुरक्षा, कृषि, जल संसाधन तथा जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभागों की समीक्षा बैठक को सम्बोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रतापगढ़ और जैसलमेर को छोड़कर फिलहाल लगभग सभी जिलों में सामान्य से कम बारिश होना चिंताजनक है। लेकिन, हमें उम्मीद है कि आने वाले दिनों में यह स्थिति सुधरेगी और इस बार भी मानसून अच्छा रहेगा। उन्होंने अधिकारियों को अनावृष्टि अथवा अतिवृष्टि जैसी स्थिति को लेकर आपदा प्रबंधन के लिए समस्त तैयारियां पूरी रखने का निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों को पेयजल, वर्षाजनित हादसों, बाढ़ अथवा सूखे से निपटने के लिए तैयारियां करने का निर्देश दिया और कहा कि इस संबंध में आकस्मिक निधि हस्तांतरित कर दी गई है। गहलोत ने कहा कि जल संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए राज्य की पूर्ववर्ती सरकार के समय आवासीय एवं अन्य भवनों में वर्षाजल संचयन ढांचा बनाने पर जोर दिया गया था। इस काम को और अधिक गति देने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के कामों को प्राथमिकता दी जा रही है और हर घर जल पहुंचाने के लिए केंद्र के साथ समन्वय किया जा रहा है। वहीं, कृषि एवं पशुपालन मंत्री लालचंद कटारिया ने कहा कि बारिश में देरी से अभी फसलों की बुवाई कम हुई है। लेकिन आने वाले दिनों में अच्छी बारिश होने के अनुमान से इसमें सुधार की उम्मीद है।
आपदा प्रबंधन एवं राहत राज्यमंत्री राजेन्द्र यादव ने मानसून के दौरान आगामी दिनों में पूरे प्रदेश में अच्छी बारिश होने की उम्मीद जताई। उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन विभाग किसी भी तरह की आपदा से निपटने के लिए पूरी तरह चाक-चौबंद है।
वहीं, प्रमुख सचिव आपदा प्रबंधन एवं राहत आनंद कुमार ने बताया कि 25 जुलाई तक प्रदेश में सामान्य से 32 प्रतिशत कम वर्षा हुई है। हालांकि मौसम विभाग ने 26 जुलाई से 28 जुलाई तक कई जिलों में अच्छी वर्षा होने का पूर्वानुमान व्यक्त किया है। इससे वर्षा की औसत में सुधार की उम्मीद है।
उन्होंने बताया कि वर्षाजनित हादसों से बचाव के लिए प्रदेश के 25 जिलों में राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) तथा सभी जिलों में नागरिक सुरक्षा की त्वरित प्रतिक्रिया दल (क्यूआरटी) टीम तैनात की गई है।
प्रमुख सचिव कृषि भास्कर ए सावंत ने बताया कि रविवार तक राजस्थान में 163 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बुवाई के लक्ष्य के विरूद्ध 97 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बुवाई हुई है, जो लक्ष्य का लगभग 60 प्रतिशत है।
उन्होंने बताया कि बाजरे की बुवाई का 68 प्रतिशत लक्ष्य, मूंग का 52 प्रतिशत लक्ष्य हासिल किया गया है। मूंगफली, सोयाबीन तथा मक्का की बुवाई की स्थिति अच्छी है। इन फसलों के लिए अब तक लक्षित क्षेत्रफल के क्रमशः 95 प्रतिशत, 82 प्रतिशत तथा 80 प्रतिशत क्षेत्र में बुवाई हो चुकी है।