जयपुर: वन एवं पर्यावरण मंत्री हेमाराम चौधरी के चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा के बाद एक और मंत्री लालचंद कटारिया ने भी विधानसभा चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। ऐसे दावा किया जा रहा है कि लालचंद कटारिया के परिवार का कोई भी सदस्य चुनाव नहीं लड़ेगा। ऐसी अटकलें थी कि कांग्रेस लालचंद कटारिया को झोटवाड़ा सीट से बीजेपी सांसद राज्यवर्धन राठौड़ के खिलाफ मैदान में उतार सकती है। हालांकि, चुनाव लड़ने से उनके सख्त इनकार ने कांग्रेस को मुश्किल स्थिति में डाल दिया है।
क्यों चुनाव नहीं लड़ना चाहते कटारिया?
सूत्रों के मुताबिक, चौधरी चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं। उन्होंने यह जानकारी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पार्टी महासचिव केसी. वेणुगोपाल, प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा और प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को बता दी है। कटारिया ने इस मामले पर कोई जानकारी नहीं दी। लेकिन उनके प्रवक्ता ने कहा कि उन्होंने चुनाव न लड़ने के अपने इरादे के बारे में दो साल पहले ही आलाकमान को बता दिया था। अब वह आध्यात्म पर ध्यान दे रहे हैं।
इस बीच दो वरिष्ठ मंत्रियों के चुनाव लड़ने से इनकार ने कांग्रेस को चिंता में डाल दिया है। कांग्रेस को चिंता झोटवाड़ा सीट से ज्यादा है। इस सीट से राठौड़ चुनाव लड़ रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि कटारिया को पता है कि वह चुनाव हार रहे हैं और वहां से असहज हैं। कटारिया ने पहले कहा था कि वह आमेर से चुनाव लड़ना चाहते हैं। अब विपक्ष के उपनेता सतीश पूनिया आमेर से चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस प्रवक्ता स्वर्णिम चतुर्वेदी ने कहा, ''हम सही उम्मीदवार की तलाश कर रहे हैं और जल्द ही मैदान में उतारेंगे। केंद्रीय चुनाव समिति पहले ही बैठक बुला चुकी है। आलाकमान की इच्छा और मंशा के अनुरूप चीजें आगे बढ़ेंगी। अगर हाईकमान ने जोर दिया तो उम्मीदवार चुनाव लड़ सकते हैं।''
'कोई भी डूबते जहाज पर चढ़ना नहीं चाहता'
इसी बीच भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ता अमित गोयल ने कहा, ''मुद्दा यह है कि अब यह स्पष्ट हो गया है कि कांग्रेस एक डूबता जहाज है और कोई भी डूबते जहाज पर चढ़ना नहीं चाहता। राज्य के 2 मंत्रियों के अलावा कांग्रेस के पूर्व मंत्री भरत सिंह पहले ही अपनी पार्टी की अत्यधिक भ्रष्ट गतिविधियों से नाराज होकर चुनाव लड़ने से इनकार कर चुके हैं। वह सीएम को पत्र लिखकर ऐसे मामलों की शिकायत करते रहे हैं लेकिन किसी ने ऐसे मुद्दों पर संज्ञान नहीं लिया।''
कांग्रेस के पोस्टरों में पायलट गायब
अमित गोयल ने कांग्रेस द्वारा 105 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा में देरी पर भी चुटकी ली। उन्होंने कहा कि जबकि सीएम अशोक गहलोत कह चुके हैं कि चुनाव से दो महीने पहले सीटों की घोषणा कर दी जाएगी, लेकिन इतनी सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा में देरी सवाल खड़े करती है। पार्टी के अंदर बहुत ज्यादा अंदरूनी झगड़े हैं। अपने राजस्थान दौरे पर प्रियंका गांधी वाड्रा ने सचिन पायलट को पार्टी का भविष्य बताया था, हालांकि कांग्रेस के पोस्टरों में पार्टी का यह भविष्य गायब है।
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