चित्तौड़गढ़: राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 की आचार संहिता लागू होने के बाद राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों की लिस्ट आने का क्रम लगातार जारी है। लेकिन कैंडिडेट लिस्ट आने का साथ ही विरोध के स्वर भी मुखर हो रहे हैं। खबर है कि चित्तौड़गढ़ में जिला मुख्यालय की चित्तौड़गढ़ विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह जाड़ावत का टिकट काटकर अन्य व्यक्ति को दे दिया। ये जानकारी जैसे ही सामने आई तो वहां के कांग्रेस पदाधिकारियों के इस्तीफा देने का क्रम शुरू हो गया।
जिला अध्यक्ष ने बताया, 930 इस्तीफे हुए प्राप्त
सोशल मीडिया पर बड़ी संख्या में कांग्रेस के इस्तीफे शेयर होने की जानकारी जब सामने आई तो कांग्रेस के जिला अध्यक्ष भैरूलाल चौधरी ने बताया कि उन्हें कांग्रेस के 930 इस्तीफा प्राप्त होने की जानकारी मिली है। इसके अतिरिक्त कांग्रेस प्रत्याशी कपासन शंकर लाल बेरवा के नामांकन में व्यस्त होने के कारण इससे अधिक की जानकारी उन्हें नहीं है। जिला अध्यक्ष चौधरी ने बताया कि कांग्रेस के चित्तौड़गढ़ के विधानसभा क्षेत्र में पदाधिकिरियों ने अपने पदों से और कई लोगों ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया है। हालांकि किसी भी जनप्रतिनिधि द्वारा अपने पद से इस्तीफा नहीं दिया गया है।
लगातार दो बार से करारी हार झेल रहे जाड़ावत
उल्लेखनीय है कि सोशल मीडिया पर लगभग 4000 से अधिक लोगों की कांग्रेस सदस्यता छोड़ने की जानकारी वायरल हो रही है, जिस पर जिला अध्यक्ष भैरूलाल चौधरी का स्पष्टीकरण सामने आया है। चित्तौड़गढ़ विधानसभा में भाजपा से मौजूदा विधायक चंद्रभान सिंह ने निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा कर रखी है। यहां यह भी बता दें कि विधायक चंद्रभान सिंह ने साल 2013 में अपना पहला चुनाव भाजपा प्रत्याशी के रूप में लड़ा था और कांग्रेस से प्रत्याशी रहे सुरेंद्र सिंह जाड़ावत को 12000 से अधिक मतों से पराजित किया था। वहीं उसके बाद फिर से 2018 में 23000 से अधिक मतों से दोबारा सुरेंद्र सिंह जाड़ावत को पराजित करने के बाद विधायक बने थे।
चित्तौड़गढ़ की पांचों सीट पर बीजेपी के नाम घोषित
फिलहाल चित्तौड़गढ़ की पांच विधानसभा सीटों में से भाजपा पांचों ही जगह अपने प्रत्याशी घोषित कर चुकी है। वहीं कांग्रेस ने चित्तौड़गढ़ जिला मुख्यालय की सीट पर अब तक प्रत्याशी के नाम की घोषणा नहीं की है।
(रिपोर्ट- सुभाष चंद्र)
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