जयपुर: आरएएस भर्ती परीक्षा 2018 (RAS Exam 2018) के रिजल्ट मामले में चौतरफा घिरे राजस्थान के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा को लगता है समझ आ गया है कि अब वो शिक्षा मंत्री के पद पर नही रहेंगे इसलिए वह खुद ही कह रहे है जो काम कराना है करा लो मुझसे मैं 2-5 दिन का मेहमान हूं। अजमेर में रिजल्ट जारी करने के बाद बोर्ड अध्यक्ष से उन्होंने कहा, ''मुझसे जो कराना है, करा लो, मैं दो-पांच दिन का मेहमान हूं।''
बता दें कि डोटासरा पर राजनीतिक पद का लाभ उठाते हुए अपने समधि के बेटे और बेटी को परीक्षा में अच्छे अंक दिलवाने का आरोप है। इसे लेकर अजमेर के एडवोकेट देवेंद्र सिंह शेखावत ने डोटासरा, उनके समधि और बेटे-बेटी के खिलाफ न्यायालय में इस्तगासा पेश किया है। इस इस्तगासे में विभिन्न धाराओं के तहत आरोप बनने की बात कहते हुए वास्तविक लाभार्थी को लाभ दिलवाने की गुहार लगाई गई है।
राजस्थान प्रशासनिक सेवा (RPSC) की परीक्षा पास करने वाले उम्मीदवारों के नंबर पिछले मंगलवार को जारी किए गए थे और इसके बाद से ही प्रदेश के शिक्षा मंत्री डोटासरा चर्चा में आ गए थे। दरअसल, कुछ साल पहले उनकी बहू प्रतिभा ने आरपीएससी क्लियर की थी और अब उनके भाई-बहन ने एक साथ यह परीक्षा पास की है और दोनों को नंबर भी बराबर मिले हैं।
आश्चर्यजनक बात यह है शिक्षा मंत्री डोटासरा की बहू के भाई गौरव और बहन प्रभा न केवल परीक्षा में पास हुए हैं, बल्कि उन दोनों के नंबर भी बराबर आए हैं। इन दोनों को परीक्षा में 80 प्रतिशत अंक मिले हैं। इतना ही नहीं 5 साल पहले बहू प्रतिभा ने भी 80 प्रतिशत अंक लेकर ही यह परीक्षा पास की थी। शिक्षा मंत्री के रिश्तेदार इन भाई-बहन को बराबर नंबर मिलने की चर्चा जोरों पर है और यह मुद्दा इस समय सोशल मीडिया पर भी छाया हुआ है।