जयपुर: राजस्थान के दौसा जिले के लालसोट उपखंड मुख्यालय पर स्थित निजी हॉस्पिटल की लेडी डॉक्टर अर्चना शर्मा की 8 वर्षीय बेटी श्यामभवी उपाध्यय को अभी यह भी पता नहीं है उसकी मां अब इस दुनिया में नहीं रही। नासमझ बेटी ने अपनी मां के लिए एक भावुक चिट्ठी लिखी है जिसमें वह कह रही है कि मैं इसलिए नहीं रोती क्योंकि मैं रोती हूं तो सभी रोने लग जाते हैं। उसने अपनी मां के 5 नाम रखे हैं लेकिन मासूम बेटी को अभी यह भी पता नहीं है कि मां अब कोई भी नाम से नहीं लौटकर आने वाली। जब यह चिट्ठी सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो बेटी श्यामभवी उपाध्याय के पिता डॉ. सुनीत उपाध्याय को यह नहीं पता था कि उनकी बेटी ने अपनी मां के नाम भावुक चिट्ठी लिखी है।
उसके पिता को जैसे ही यह पता चला वह अपने मोबाइल में बेटी की अपने मां के नाम लिखी हुई चिट्ठी पढ़कर रोने लग गए। वह कहते हैं, मेरी बेटी तीन दिन से अपनी नानी के पास जयपुर है। हमेशा इसी तरह कुछ न कुछ लिखने का काम करती है। कभी अपनी दादी के नाम, कभी मेरे नाम, कभी अपनी मम्मी के नाम इस तरीके से लेटर लिखती रहती है। उसकी मौसी से किसी ने पूछा था तेरी बहन की बेटी कैसी है तब उसने यह लेटर भेजकर बताया कि देखो यह लेटर उसने अपनी किसी दोस्त को लिखकर झारखंड़ भेजा था जहां से यह वायरल हो गया।
पढ़ें, डॉक्टर की बेटी की लिखी हुई चिट्ठी-
बता दें, राजस्थान के दौसा जिले में स्थित आनंद अस्पताल में डिलीवरी के दौरान प्रसूता की मौत हो गई थी। जिससे नाराज़ उसके परिजनों ने शव के साथ कई घंटे तक धरना दिया था। परिजनों ने महिला डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया था। इसके बाद अस्पताल संचालक के खिलाफ 302 में मामला दर्ज करने पर सहमति बनी थी। डॉ. अर्चना शर्मा और उनके पति के खिलाफ FIR दर्ज हुई थी। जिससे आहत होकर डॉ. अर्चना ने सुसाइड कर लिया था। डॉ. अर्चना शर्मा के एक 8 साल की बेटी और एक 15 साल का बेटा है।
डॉक्टर अर्चना शर्मा ने भी मरने से पहले एक सुसाइड नोट लिखा था। नोट में डॉ. शर्मा ने लिखा है- 'मैं, मेरे पति और बच्चों को बहुत प्यार करती हूं। कृपया मेरे परिवार को परेशान मत करना। मैंने कोई गलती नहीं की है। मैंने किसी को नहीं मारा। मेरे मरने के बाद मेरी बेगुनाही साबित होगी। Donot harass innocent doctor Plz...love u...please मेरे बच्चों को मां की कमी महसूस नहीं होने देना।'