राजस्थान के सियासी गलियारों में चुनावी हलचल तेज हो गई है। सत्ता पक्ष और विपक्ष एक-दूसरे पर खूब चुनावी हमले कर रहे हैं। ऐसे में कांग्रेस ने भाजपी पर फिर निशानी साधा है। कांग्रेस नेता और राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 'गारंटी' वाले बयान पर सवाल उठाते हुए हमला बोला। उन्होंने कहा कि अगर उनके वादों की गारंटी होती तो राजस्थान की पूर्वी नहर परियोजना (ईआरसीपी) अब तक राष्ट्रीय परियोजना घोषित हो जाती। ज्ञात हो कि पीएम मोदी ने सोमवार को जयपुर के पास दादिया में जनसभा में की थी। ददिया की इस जनसभी में पीएम मोदी ने कहा था, "मैं जो कहता हूं, वो करके दिखाता हूं इसलिए मेरी गारंटी में दम होता है और ये मैं सिर्फ हवा में नहीं कह रहा हूं, बल्कि बीते नौ वर्षों में मेरा ट्रैक रिकॉर्ड यही रहा है।"
'बीजेपी के सहयोगी हो रहे धीरे-धीरे उससे अलग'
कांग्रेस नेता ने कहा कि बीजेपी डूबता हुआ जहाज है क्योंकि उसके ज्यादातर सहयोगी धीरे-धीरे उससे अलग हो रहे हैं। तिवारी ने कांग्रेस प्रदेश कार्यालय में कहा, "2018 में, उन्होंने (प्रधानमंत्री मोदी ने) 13 जिलों की प्यास बुझाने के लिए पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा देने का वादा किया था। क्या काम हुआ? क्या वादा गारंटी में बदल गया?" उन्होंने आगे प्रहार करते हुए कहा कि जिन युवाओं को दो करोड़ नौकरी देने का वादा किया गया था, अब उनके बच्चे नौकरी ढूंढ रहे हैं।
'भाजपा अब एक डूबता हुआ जहाज'
राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि वह प्रधानमंत्री से पूछना चाहते हैं कि अगर उनके वादे की गारंटी थी तो उनके विदेश से काला धन वापस लाने का और लोगों के बैंक अकाउंट्स में 15 लाख रुपये जमा करने के 2014 के वादे का क्या हुआ। उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में संसद में पारित महिला आरक्षण विधेयक को महिलाओं, ओबीसी और अल्पसंख्यकों के साथ महज एक धोखा करार दिया और कहा कि इसे लागू करने में एक दशक और लगेगा। कांग्रेस नेता ने कहा, "उन्होंने महिला आरक्षण विधेयक पेश किया था। मैंने कभी ऐसा विधेयक नहीं देखा जिस पर इसके लागू होने की तारीख न लिखी हो।" उन्होंने कहा कि बीजेपी एक डूबता हुआ जहाज है और उसके ज्यादातर सहयोगी उससे अलग हो रहे हैं। कांग्रेस नेता ने कहा "मैं इसे पूरी जिम्मेदारी के साथ कह रहा हूं। भाजपा अब एक डूबता हुआ जहाज है और उसके सहयोगियों को इसका एहसास हो गया है। वे उससे अलग हो रहे हैं। अन्नाद्रमुक ने नाता तोड़ लिया है। चुनाव की घोषणा के बाद ऐसे और सहयोगी दल अपना तोड़ देंगे।"
'राजस्थान में कोई सत्ता विरोधी लहर नहीं'
कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि "सहयोगी दलों को मोदी का डर नहीं है बल्कि उन्हें ईडी, सीबीआई और आईटी का डर है। ये एजेंसियां किसी पार्टी के अग्रिम संगठन की तरह काम कर रही हैं।" उन्होंने राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली सरकार के कार्यों और नीतियों की सराहना की। तिवारी ने कहा कि पिछले पांच वर्ष में कांग्रेस सरकार ने जो काम किया है, उसकी तुलना में पिछली भाजपा सरकारों ने सामूहिक रूप से कोई काम नहीं किया। उन्होंने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस सरकार के खिलाफ कोई सत्ता विरोधी लहर नहीं है और पार्टी इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव में जीत के बाद दोबारा सरकार बनाएगी।
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