Highlights
- गहलोत के समर्थन में 76 विधायकों ने लिखित चिट्ठी भेजी
- बदले घटनाक्रम में गहलोत का पार्टी अध्यक्ष बनना मुश्किल
- अध्यक्ष पद की रेस में खड़गे, मुकुल वासनिक और कमलनाथ
Rajasthan Congress Crisis: राजस्थान में जारी सियासी उठापटक का हल निकलता नजर नहीं आ रहा है। गहलोत गुट के विधायक आर-पार के मूड में हैं। गहलोत के समर्थन में 76 विधायकों ने लिखित में आलाकमान को चिट्ठी दी है। इन बागी विधायकों ने अजय माकन और मल्लिकार्जुन खड़गे के जरिए चिट्ठी भेजी है कि जरुरत पड़ी, तो इस्तीफा हर हाल में देंगे। दरअसल, ये विधायक दो मांगों पर अड़े हैं। पहला अगर अशोक गहलोत को दो पद मिल रहे हैं, तो कौन सा एक पद उनके पास रहेगा खुलकर बताया जाए। दूसरा यह कि मुख्यमंत्री अगर गहलोत नहीं बनते हैं, तो हर हाल में सीएम उसी नेता को बनाया जाए, जिन्होंने सरकार बचाने में भूमिका निभाई थी।
हाईकमान की पहली पसंद पर बट्टा लग गया है
दरअसल, सोनिया गांधी कांग्रेस में एक तीर से दो शिकार करना चाहती थीं। पार्टी अध्यक्ष की कुर्सी पर सबसे वफादार और YES MAN गहलोत की ताजपोशी हो जाती और राजस्थान में सचिन पायलट को सीएम बना दिया जाता, लेकिन अब हाईकमान की पहली पसंद पर तो बट्टा लग गया है। गहलोत को प्रेशर पॉलिटिक्स का मौका मिल गया और उन्होंने विधायकों की बस यात्रा करवाकर शक्ति प्रदर्शन कर दिया।
अब कांग्रेस अध्यक्ष पद की रेस में ये तीन नेता
पिछले 24 घंटों में जो कुछ भी किया सिर्फ गहलोत ने किया है। कांग्रेस आलाकमान तमाशबीन बना रहा। हालांकि, बदले घटनाक्रम में अशोक गहलोत का पार्टी अध्यक्ष बनना मुश्किल लग रहा है। यानी गहलोत का चला दांव कहीं उन पर ही भारी ना पड़ जाए। यानी सीएम की कुर्सी भी चली जाए और कांग्रेस का अध्यक्ष भी ना बनाया जाए, क्योंकि अब कांग्रेस आलाकमान अध्यक्ष पद के लिए मल्लिका अर्जुन खड़गे, मुकुल वासनिक और कमलनाथ को आगे कर रही है। ये तीनों नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी दोनों के करीबी माने जाते हैं। गांधी परिवार को पता है कि अगर इनमें से कोई भी कांग्रेस का अध्यक्ष बनता है, तो कंट्रोल अपने ही हाथों में रहेगा।
खड़गे और माकन ने की सोनिया गांधी से मुलाकात
इस बीच, राजस्थान से आज दोपहर दिल्ली लौटे पार्टी के दोनों पर्यवेक्षक मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय माकन ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की। ये बैठक डेढ़ घंटे से अधिक समय तक चली। मुलाकात के बाद माकन ने कहा कि जयपुर में रविवार शाम विधायक दल की बैठक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सहमति से बुलाई गई थी। उन्होंने कहा, "हमने सोनिया गांधी को पूरी जानकारी दी, उन्होंने लिखित रिपोर्ट मांगी है। हम आज रात या कल सुबह तक रिपोर्ट देंगे।"