राजस्थान बजट के दौरान विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ। इस कारण सदन की कार्यवाही दो बार स्थगित हुई। वहीं, इस बार के बजट में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कई बड़ी घोषणाएं की हैं। इसमें संविदा कर्मचारियों के लिए बड़ी घोषणा की गई है। सीएम ने संविदा कर्मियों को भी स्थाई होने का मार्ग प्रशस्त किया।
कर्मियों को शोषण मुक्त करने की घोषणा
सीएम गहलोत ने ऐलान किया कि संविदा कर्मियों की पुरानी सेवा को भी सर्विस टेन्योर में शामिल किया जाएगा। सीएम ने संविदा कर्मियों को शोषण मुक्त करने की घोषणा की। उन्होंने कहा अब कर्मचारियों को संविदा पर नहीं लिया जाएगा। इस बार के बजट में कई बड़े ऐलान किए गए, जिसमें दिव्यांग लड़की से शादी करने पर 5 लाख रुपये दिए जाने की भी घोषणा की गई। वहीं, राजस्थान सरकार किसानों को दो हजार यूनिट तक फ्री बिजली देगी।
महिलाओं और बच्चों को मिली सौगात
बजट में महिलाओं और बच्चों को सौगात मिली है। महिलाओं को एक लाख तक के लोन पर 8 फीसदी सब्सिडी मिलेगी। स्कूली बच्चों को मिड डे मील में अब हर दिन दूध मिलेगा। बजट में सड़कें और सुगम सफर के लिए भी कई घोषणाएं की गईं। इनमें हर गांव में 1 किलोमीटर तक की इंटरलॉकिंग सीमेंटेड सड़क बनेगी। 6000 गांवों में ऐसी सड़कें बनेंगी। वहीं, हर जिले की पांच बड़ी सड़कों के निर्माण होंगे। रिपेयर के लिए 6500 करोड़ का बजट दिया जाएगा।
इसके अलावा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गरीब परिवारों के लिए स्वास्थ्य बीमा योजना की अपनी महत्वाकांक्षी 'चिरंजीवी योजना' में बीमा कवर राशि को 10 लाख रुपये से बढ़ाकर 25 लाख रुपये सालाना करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि इस योजना का लाभ अब गरीब (गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) के परिवारों) के साथ-साथ आर्थिक रूप से कमजोर (ईडब्ल्यूएस) परिवारों को भी मिलेगा।
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