जयपुर: राजस्थान की सीईसी में सिंगल नाम वाली 106 सीटें क्लीयर कर दी गई हैं। इसके साथ ही पैनल की 24 के करीब सीटें भी सीईसी में क्लीयर हो चकी हैं। यानी अब तक कुल 130 सीटों पर सीईसी ने अपनी मुहर लगा दी है। बाकी सभी सीटें पेंडिंग रखी गई हैं। इन सीटों पर अब पार्टी के अध्यक्ष और अन्य वरिष्ठ नेता, राज्य की इकाई से बात करके फैसला लेंगे। इस बात से ये साफ है कि अब कोई दूसरी सीईसी की बैठक इस मामले पर नहीं होगी। ये जानकारी सूत्रों के हवाले से सामने आई है।
किन नेताओं के भविष्य पर प्रश्नचिन्ह?
सूत्रों के मुताबिक, पेंडिंग सीटों में शांतिलाल धारीवाल, धीरज गुर्जर, महेश जोशी और धर्मेंद्र राठौड़ की सीट भी शामिल है। आज के सी वेणुगोपाल ने सीईसी की बैठक में कहा है कि शांतिलाल धारीवाल के खिलाफ भारत जोड़ो यात्रा में कई शिकायतें सामने आई थीं। जिसके बाद आज सीईसी की बैठक में उनकी सीट पेंडिंग में डाल दी गई है। पार्टी उनके बेटे अमित धारीवाल को कोटा उत्तर से टिकट दे सकती है।
राजस्थान में पार्टी ने 130 सीटें क्लीयर कर दी हैं। पार्टी के एक सर्वे, जिसमें 50% सीट कटने का सुझाव दिया गया था, उस पर कुछ नेताओं ने सवाल खड़े किए हैं और क्या एक सर्वे के आधार पर टिकट काट दी जाए, इसको लेकर भी कुछ टिप्पणियां हुई हैं। राजस्थान में ज्यादातर वही सीट पेंडिंग रखी गई हैं, जहां पर सर्वे के मुताबिक टिकट कटने की सिफारिश की गई थी।
मध्य प्रदेश की 29 सीटों के लिए हुई मीटिंग
मध्य प्रदेश की 29 सीटों पर शाम 6 बजे फिर मीटिंग हुई। मीटिंग के बाद भी पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राज्य के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ और राज्य के अन्य नेताओं की मीटिंग हुई। ये मीटिंग उस मुद्दे पर हुई है, जिसमें एक सीट पर एक से ज्यादा उम्मीदवारों के नाम हैं। इसके अलावा बाकी सभी सीट सुबह की सीईसी में क्लीयर कर दी गई हैं।