Rajasthan Assembly Elections 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान हो गया है। इसके साथ ही अब सियासत सरगर्मी भी तेज हो गई है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि, गजब करते हैं ये तो। इन्होंने तो कमल के फूल को ही मुख्यमंत्री बना दिया है। प्रधानमंत्री जनता से खुलेआम कह रहे हैं कि आप बस कमल के फूल देखो, नाम मत पूछो। अब आप ही बताओ कमल का फूल को कैसे मुख्यमंत्री बन सकता है। उन्होंने कहा कि भाजपा की पहली लिस्ट भी आ चुकी है, लेकिन नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ को भी पहली लिस्ट में जगह नहीं मिली है। सीएम गहलोत मंगलवार को चूरू के सरदारशहर में पूर्व विधायक पं. भंवरलाल शर्मा की प्रथम पुण्यतिथि पर दिल्ली रोड स्थित स्मृति स्थल पर उनकी प्रतिमा के अनावरण समारोह में बोल रहे थे।
बता दें कि भाजपा राजस्थान में इस बार जीत के लिए पुरजोर कोशिश में लगी है और इसे लेकर पहले से ही तैयारियों में जुटी है। यही वजह है कि प्रधानमंत्री मोदी पिछले एक साल में राजस्थान में 10 बार अपना दौरा कर चुके हैं। इतना ही नहीं, अपनी पिछली दो सभाओं से उन्होंने प्रदेशवासियों के लिए अपने संबोधन को भी बदल लिया है। जहां पीएम मोदी 'मेरे प्यारे प्रदेशवासियों', 'भाईयो और बहनों' कहकर आमजन को संबोधित करते रहे हैं। इस बार जयपुर और सांवलिया की सभा में मोदी ने प्रदेशवासियों को मेरे परिवारजनों कहकर संबोधित किया है।
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पीएम मोदी ने कर दिया साफ-पार्टी से बड़ा कुछ नहीं
सांवलिया में पीएम मोदी ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि इस बार कमल को ही भारी बहुमत से जिताना है। कमल के नेतृत्व में ही इस बार चुनाव लड़ना है। कमल के निशान पर बटन दबाकर राजस्थान को आगे बढ़ाना है। इस तरह से पीएम मोदी ने साफ कर दिया है कि पार्टी से बड़ा कोई नेता नहीं है। भाजपा के लिए हर नेता और कार्यकर्ता की पहचान कमल का फूल ही है। इसके साथ ही उन्होंने कार्यकर्ताओं को भी यह भी संदेश दिया कि वे किसी भी गुट में न रहें। पीएम ने साफ कर दिया कि चुनाव में बीजेपी का कोई चेहरा नहीं होगा। चेहरा सिर्फ कमल का फूल होगा।
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