
जयपुरः राजस्थान विधानसभा में इंदिरा गांधी को दादी बोलने पर विवाद हो गया है। कांग्रेस ने इस मुद्दे को लेकर विधानसभा से लेकर सड़क तक बीजेपी को घेर रही है। वहीं, भाजपा प्रदेश प्रभारी राधामोहन दास ने कांग्रेस पर पलटवार किया है। राधामोहन दास ने कहा कि दादी तो सबसे ज्यादा सम्मानजनक पद है। एक समस्या है कि ये शब्द हिन्दुओं के लिए आरक्षित होता है।
राधामोहन दास ने कहा कि मुस्लिम समाज और पारसी समाज में क्या कहते है पता नहीं। मुझे लगता है कांग्रेस की आपत्ति उससे होगी कि इंदिरा गाँधी की शादी तो फिरोज जहांगीर से हुई थी, हो सकता है वो दादी शब्द से बहुत एतराज कर रहें हो। मैं पता करूँगा कि पारसी में दादी को क्या कहते हैं। हम वही कहलवा देंगे।
नेता प्रतिपक्ष का आरोप- उकसा रही है सरकार
उधर, राजस्थान के नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस नेता टीकाराम जूली ने शनिवार को कहा कि सरकार यह दिखाना चाहती है कि हम मुद्दा बनाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन यह सच नहीं है। विपक्ष की एकमात्र मांग है कि इंदिरा गांधी के खिलाफ दिए गए बयान वापस लिए जाएं। राज्य विधानसभा के अंदर सभी लोग समान हैं...हम सभी का और विधानसभा अध्यक्ष का कर्तव्य है कि हम गरिमा बनाए रखें। अध्यक्ष महोदय उन टिप्पणियों को हटाने का आदेश दे सकते थे...लेकिन आप जानबूझकर विपक्ष को उकसा रहे हैं। हमें पूरी रात यहीं बितानी पड़ी। राज्य के लोग सरकार की हठधर्मिता देख रहे हैं...हम यहीं रहेंगे...जब तक हमारी बात नहीं सुनी जाती, हम यहां से नहीं जाएंगे।
राजस्थान के मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा, "विधानसभा के प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस नेताओं ने आपत्तिजनक टिप्पणी की। स्पीकर ने उन टिप्पणियों को कार्यवाही से हटा दिया...समाज कल्याण मंत्री ने कहा कि ये योजनाएं पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के कार्यकाल में लागू की गई थीं। उनका बयान गलत नहीं था और उनका किसी का अपमान करने का इरादा नहीं था। किसी को 'दादी' कहना असंसदीय भाषा नहीं है।
डिप्टी सीएम ने कांग्रेस पर साधा निशाना
वहीं, राजस्थान के डिप्टी सीएम प्रेम चंद बैरवा ने कहा कि राजस्थान विधानसभा में हमारे मंत्री की तरफ से कोई भी गलत शब्द नहीं बोला गया। फिर भी स्पीकर ने कहा कि इसे हटा दिया जाएगा। इसके बावजूद जिस तरह से वे (कांग्रेस विधायक) आक्रोशित हुए, यह बहुत ही निंदनीय घटना है।
कांग्रेस विधायकों का सदन में धरना
बता दें कि कांग्रेस विधायकों ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को लेकर एक मंत्री की टिप्पणी के खिलाफ सदन में विरोध प्रदर्शन के बाद पार्टी के छह विधायकों को निलंबित किए जाने के खिलाफ सदन में अपना धरना जारी रखा और शुक्रवार रात वहीं बिताई।
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि तीन मंत्रियों ने शुक्रवार रात कांग्रेस के वरिष्ठ विधायकों से बातचीत की लेकिन बातचीत बेनतीजा रही और धरना जारी रहा। जूली ने शनिवार को संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम मांग करते हैं कि मंत्री को अपनी टिप्पणी वापस लेनी चाहिए। छह विधायकों के निलंबन के खिलाफ कांग्रेस आज सभी जिला मुख्यालयों पर विरोध प्रदर्शन कर रही है। वहीं, चांदपोल सर्किल पर दोपहर कांग्रेस नेता प्रदर्शन करेंगे।