राजस्थान के पुष्कर मेले में 72 इंच का घोड़ा आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। इसे देश का सबसे ऊंचा घोड़ा बताया जा रहा है। इस घोड़े का नाम है कर्म देव। इसे खरीदने के लिए लोग 11 करोड़ तक की कीमत लगा चुके हैं, लेकिन घोड़े के मालिक इसे बेचने के लिए तैयार नहीं हैं। अंतर्राष्ट्रीय पुष्कर मेला में यह घोड़ा मोहाली (पंजाब) से आया हुआ है। घोड़े के मालिक गुरु प्रताप सिंह गिल ने बताया कि मोहाली से वे इस बार पुष्कर मेले में 30 घोड़े लेकर आये हैं। सभी एक से एक उम्दा नस्ल के हैं।
गुरु प्रताप सिंह गिल के अनुसार उनका घोड़ा 'कर्मदेव' देश का सबसे ऊंचा घोड़ा है, जो 72 इंच ऊंचा है। अभी कर्म देव की उम्र महज 4 वर्ष 6 माह ही है। अब तक इस घोड़े की कीमत 11 करोड़ रुपये लग चुकी है, लेकिन गुरु प्रताप सिंह गिल इतनी भारी रकम में भी इसे बेचने को तैयार नहीं हैं।
द्रोण का बेटा, शानदार का पोता है कर्मदेव
घोड़ा मालिक गुरु प्रताप सिंह गिल ने बताया बताया कि कर्मदेव के पिता द्रोण और दादा का नाम शानदार और परदादा का नाम आलीशान है। गुरु प्रताप सिंह गिल ने कर्मदेव के भोजन के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि उसकी डाइट बैलेंस है, जिसमें चना, सोयाबीन, कैल्शियम, विटामिन, जिंक, कॉपर आदि शामिल हैं। इन सभी का मिश्रण कर्मदेव को उबाल कर खिलाया जाता है। गुरु प्रताप सिंह गिल ने बताया कि अभी तक इसके 10 - 11 बच्चे आये हैं और ये आलीशान लाइन का है।
सैंड आर्ट भी खींच रहा लोगों का ध्यान
पुष्कर मेला में सैंड आर्टिस्ट अजय रावत ने 30 सैंड आर्ट तैयार किए हैं। उन्होंने रेत से श्री राम मंदिर, देवमाली गांव (जिसे हाल ही में देश का सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गांव का पुरस्कार मिला है) देवनारायण भगवान का मंदिर, किशनगढ़ शैली की बनी-ठनी, एकल स्कूल, राजस्थानी पुरुष, श्री कृष्ण गौ माता, सम्राट पृथ्वीराज चौहान, पनिहारी, महाराणा प्रताप, लक्ष्मी जी, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा, राजस्थान सरकार के केबिनेट मंत्री सुरेश सिंह रावत सहित सेल्फी पॉइंट के साथ अनेक दृश्य रेत पर उकेरे हैं। सैंड आर्टिस्ट अजय रावत और उनकी टीम के 10 आर्टिस्ट ने ये सभी आर्ट बनाई हैं।
(अजमेर से राजकुमार वर्मा की रिपोर्ट)