करौली. राजस्थान के करौली जिले में पुजारी बाबू लाल वैष्णव के परिवार ने धरना खत्म कर दिया है। भाजपा के सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने बताया कि सरकार ने मृतक के परिवार को 10 लाख रुपये मुआवजा, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पक्के मकान के लिए 1.5 लाख रुपये और परिवार के एक सदस्य को संविदा पर नौकरी देगी। उन्होंने बताया कि इलाके के एसएचओ और पटवारी को सस्पेंड कर दिया गया है। पीड़ित परिवार ने मृतक का अंतिम संस्कार कर दिया है।
क्या है मामला?
आपको बता दें कि राजस्थान के करौली जिले में सापोटरा के बूकना गांव में बुधवार को एक मंदिर के पुजारी बाबू लाल वैष्णव पर पांच लोगों ने हमला किया था। हमले के बाद पांचों लोगों ने पुजारी को जिंदा जला दिया, जिस वजह से पुजारी के एसएमएस अस्पताल में मौत हो गयी। आरोप है कि मंदिर के पास की खेती की जमीन पर कब्जा करने के प्रयास में इस घटना को अंजाम दिया गया। इस घटना के बाद से ही विपक्षी भाजपा अशोक गहलोत सरकार पर निशाना साध रही थी।भाजपा ने साधा निशाना
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि पुजारी को जिंदा जलाना राजस्थान सरकार की अकर्मण्यता, असफलता और असमंजसता का एक और प्रमाण है। भाजपा सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौर ने कहा कि राजस्थान में क्राइम का ग्राफ बढ़ता जा रहा है, कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ती जा रही है... पुजारी को जिंदा जला दिया गया। गुंडो का आजकल जंगलराज चल रहा है, पुलिस पर फायरिंग करते हैं, पुलिस घबराई हुई है क्योंकि कहीं न कहीं राजनीतिक संरक्षण मिल रहा है
क्या थी पीड़ित परिवार की मांग?
मृतक बाबू पुजारी के रिश्तेदार ने धरना खत्म होने से पहले बताया कि हमारी मांग है कि सभी आरोपी गिरफ्तार हों और आरोपियों का समर्थन करने वाले पटवारी और पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई हो। हमें 50 लाख का मुआवज़ा और एक सरकारी नौकरी मिले। जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होंगी, हम अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।
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