विधायक प्रेमचंद बैरवा और दीया कुमारी को राजस्थान का उपमुख्यमंत्री बनाया गया है। भाजपा के केंद्रीय पर्यवेक्षक राजनाथ सिंह ने जयपुर में यह घोषणा की। उन्होंने बताया कि वासुदेव देवनानी विधानसभा अध्यक्ष होंगे। इससे पहले, विधायक दल की बैठक में पहली बार के विधायक भजनलाल शर्मा को राज्य का नया मुख्यमंत्री चुना गया। आइए जानते हैं दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा कौन हैं-
कौन हैं दीया कुमारी?
- जयपुर के शाही परिवार की राजकुमारी
- राजपूत समाज से आती हैं
- 2019 में राजसमंद से लोकसभा चुनाव जीता
- विद्याधर नगर सीट से MLA का चुनाव जीता
- कांग्रेस के कद्दावर नेता सीताराम अग्रवाल को हराया
- सीताराम अग्रवाल को 71,368 वोटों से हराया
राजसमंद लोकसभा सीट से सांसद रहीं दीया कुमारी को भाजपा ने विद्याधर नगर विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारा था। दीया कुमारी ने भाजपा को निराश नहीं किया और विद्याधर नगर विधानसभा सीट से जीत दर्ज की। दीया कुमारी जयपुर के पूर्व राजघराने से ताल्लुक रखती हैं। दादी राजमाता गायत्री देवी के पद चिह्नों पर चलते हुए दीया कुमारी ने साल 2013 में राजनीति में प्रवेश किया था। उन्होंने सवाई माधोपुर से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा और विधायक बनीं।
वसंधरा ने कराई थी राजनीति में एंट्री
दीया कुमारी को राजनीति में वसुंधरा राजे ने ही प्रवेश कराया था, आज ये दोनों सीएम पद की रेस में आमने-सामने नजर आ रहे थे। दीया कुमारी जयपुर के पूर्व राजघराने की दूसरी सदस्य हैं जो लोकसभा सांसद निर्वाचित हुई हैं। उनसे पहले जयपुर राजघराने से गायत्री देवी चुनाव लड़ीं थीं। वे तीन बार सांसद रहीं।
लोकसभा चुनाव में दर्ज की थी बंपर जीत
राजसमंद सीट से लोकसभा चुनाव लड़ीं दीया कुमारी ने कांग्रेस के देवकीनंदन गुर्जर को पांच लाख से अधिक वोटों से हराया था। दीया को 8,58,690 वोट मिले थे। उन्होंने प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के देवकीनंदन गुर्जर को 5,51,916 वोटों के अंतर से हराया था।
कौन हैं प्रेमचंद बैरवा?
प्रेमचंद बैरवा जयपुर के पास की विधानसभा सीट ‘दूदू’ से बीजेपी विधायक हैं। उन्होंने इस बार कांग्रेस के धाकड़ नेता बाबूलाल नागर के खिलाफ बड़ी जीत दर्ज की। बैरवा ने नागर को 35743 वोटों के अंतर से हराया। विधानसभा चुनाव में बैरवा को 116561 वोट मिले, जबकि दूसरे स्थान पर रहे बाबूलाल नागर को 80818 मत ही मिले।
बैरवा को राजस्थान का डिप्टी सीएम घोषित कर बीजेपी ने सोशल इंजीनियरिंग का उदाहरण पेश किया है। बैरवा या बेरवा राजस्थान के साथ ही मध्य प्रदेश और दिल्ली में रहने वाली अनुसूचित जाति है। सीएम के पद पर ब्राह्मण, डिप्टी सीएम के पद पर पूर्व राजघराने की दीया कुमारी और एक अनुसूचित जाति के चेहरे को पेश कर बीजेपी ने लोकसभा चुनाव से पहले बड़ा दांव खेला है।
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