चुरू। राजस्थान के चुरू जिले की राजगढ़ तहसील में डॉक्टर की लापरवाही का बड़ा मामला सामने आया है। आरोप है कि तहसील के रामपुरा बेरी गांव में डॉक्टर के गलत इंजेक्शन से गर्भवती महिला की जान चली गई है। डॉक्टर की लापरवाही की वजह से जान गंवाने वाली महिला के परिजनों ने राजस्थान सरकार से अस्पताल और डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की है। फिलहाल सरकार ने परिजनों की मांग मान ली है और सोमवार को 3 दिन के बाद महिला का अंतिम संस्कार किया है। लेकिन इंडिया टीवी ने जब इस खबर को दिखाया तो अस्पताल से सभी स्वास्थ्यकर्मी फरार हो गए हैं। महिला की मौत शुक्रवार को हुई थी।
शुक्रवार को रामपुरा के आदर्श प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रसव के लिए आई 25 वर्षीय महिला की मौत हो गयी थी। मृतका के पति राजेंद्र उर्फ राजू मीणा ने बताया कि शुक्रवार को उसकी गर्भवती पत्नी रचना को दिखाने के लिए आदर्श प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गया, जहां डॉ भीमराज ने जांच कर रिपोर्ट सही बताई। वह पत्नी को लेकर घर चला गया। घर पहुंचने के बाद रचना के प्रसव पीड़ा शुरू हो गई तो वह वापस उसे लेकर अस्पताल पहुंचा। महिला के पती ने बताया कि डॉ भीमराज ने स्थिति सामान्य बताई और कहा कि प्रसव हो जाएगा, लेकिन डॉक्टर ने इंजेक्शन लगाया और उसके बाद रचना की तबीयत बिगड़ गई, उसके मुंह व कान से खून आने लगा, स्थिति देख डॉक्टर वहां से भागने लगा।
महिला के पती ने बताया कि डॉक्टर को रोकने का प्रयास किया तो उसने रचना को राजगढ़ रैफर कर दिया। आरोपी डॉक्टर ने एंबुलेंस भी नहीं दी, निजी वाहन से रचना को राजगढ़ ले गए, जहां से उसे चूरू रैफर कर दिया। चूरू जाते समय रास्ते में मौत हो गई। चूरू में डॉक्टरों ने रचना को मृत घोषित कर दिया। पीड़ित ने बताया कि डॉ भीमराज की लापरवाही के कारण उसकी पत्नी की मौत हुई है। घटना को लेकर जगदीश की रिपोर्ट पर हमीरवास थाने में मामला दर्ज हुआ।
रामपुरा बेरी गांव में डॉक्टर की लापरवाही से गर्भवती महिला की मौत की खबर को जब इंडिया टीवी ने दिखाया तो अस्पताल का पूरा स्टाफ मौके से फरार हो गया। अस्पताल के गेट पर ताला लगा के डॉक्टर व स्टाफ भाग गए। ऐसे में अस्पताल में अगर कोई आपातकाल उपचार के लिए आता है तो उसकी जिंदगी भगवान भरोसे ही है।