जयपुर: राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले में कोविड-रोधी टीकाकरण अभियान के तहत शत-प्रतिशत पात्र लोगों को टीके की पहली खुराक दी जा चुकी है। प्रतापगढ़, राज्य में यह उपलब्धि हासिल करने वाला पहला जिला बन गया है। चिकित्सा मंत्री डॉ रघु शर्मा ने शनिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रतापगढ़ राज्य का ऐसा पहला जिला बन गया है, जहां टीके की पहली खुराक शत-प्रतिशत पात्र लोगों को लगाई जा चुकी है।
चिकित्सा मंत्री ने बताया कि प्रतापगढ़ जिले को राज्य स्तर से 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग वाले 6,52,061 लोगों को टीका लगाने के लिए लक्ष्य दिया गया था। प्रतापगढ़ जिले में शनिवार को 6,52,869 लोगों को पहली खुराक लगा दी गई। इस प्रकार जिले में पहली व दूसरी मिलाकर कुल 9,71,841 खुराक लगा दी गई हैं।
'कोरोना टीके की दूसरी खुराक का दायरा बढ़ाएं', केंद्र ने राज्यों से कहा
केंद्र सरकार ने शनिवार को राज्यों/ केंद्रशासित प्रदेशों से उन लाभार्थियों पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया, जो अपनी अंतराल अवधि समाप्त होने के बाद कोविड-19 टीके की दूसरी खुराक की प्रतीक्षा कर रहे हैं। राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों से टीकाकरण की गति में सुधार करने और इसके दायरे में तेजी लाने का भी आग्रह किया गया है क्योंकि देश राष्ट्रव्यापी कोरोना वायरस टीकाकरण अभियान के तहत वर्ष के अंत तक सभी पात्र आबादी का टीकाकरण करने के इरादे से आगे बढ़ रहा है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘अब तक कोविड टीके की 71.24 करोड़ पहली खुराकें लगाई गईं हैं, जो पात्र आबादी का 76 प्रतिशत है और 30.06 करोड़ दूसरी खुराकें लगाई गई हैं, जो पात्र आबादी का 32 प्रतिशत है।’’ बयान में कहा गया है कि राज्यों से को-विन पोर्टल ते जरिए पात्र लाभार्थियों की सूची तक पहुंचने का अनुरोध किया गया है।
स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि लाभार्थियों की विस्तृत लाइन-सूचियों का उपयोग जिलावार दूसरी खुराक देने की योजना तैयार करने के लिए किया जा सकता है, जिसमें जिलाधिकारियों को समयबद्ध तरीके से क्रियान्वयन के लिए शामिल किया जा सकता है। मंत्रालय ने कहा, ‘‘उन्हें (राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों) दूसरी खुराक कवरेज बढ़ाने के लिए अपनी रणनीतियों को साझा करने का भी अनुरोध किया गया है।’’
16 जनवरी 2021 को शुरू हुआ था कोरोना टीकाकरण अभियान
गौरतलब है कि देश में स्वास्थ्य कर्मियों (एचसीडब्ल्यू) को पहले चरण में टीका लगाने के साथ देशव्यापी टीकाकरण अभियान 16 जनवरी को शुरू किया गया था। कोविड-19 के खिलाफ अग्रिम मोर्चे पर तैनात कर्मियों का टीकाकरण 2 फरवरी से शुरू हुआ था।
कोविड-19 टीकाकरण का अगला चरण 1 मार्च से 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों और अन्य बीमारियों से पीड़ित 45 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों के लिए शुरू हुआ। देश ने 1 अप्रैल से 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों के लिए टीकाकरण शुरू किया।
सरकार ने उसके बाद 1 मई से 18 वर्ष से ऊपर के सभी लोगों को टीका लगाये जाने की अनुमति देकर अपने टीकाकरण अभियान का विस्तार करने का निर्णय लिया। अभी देश में 18 साल से ऊपर के सभी लोगों को कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए वैक्सीन लगाई जा रही है।