झुंझुनूं: राजस्थान के झुंझुनूं में पुलिस ने शनिवार को दो बदमाशों का जुलूस निकाला। पुलिस ने बदमाशों को करीब आधे घंटे तक शहर के बीचो बीच घूमाया। हाथ भी जुडवाएं। कोतवाल पवन चौबे ने बताया कि बदमाशों ने झुंझुनूं के किसान कॉलोनी निवासी प्रॉपट्री कारोबारी संदीप बलोदा को 19 व 20 मई को गैंगस्टर संपत नेहरा और रोहित गोदारा के नाम से व्हाट्सप फोन कर डेढ़ करोड़ रूपए की फिरौती मांगी थी। पैसे नहीं देने पर गोली मारने की धमकी दी थी।
कड़ी धूप में रोड पर घुमाया
इस मामले में झुंझुनूं निवासी अशोक ढूकिया और चूरू जिले के नेशल के रहने वाले राजेश को गिरफ्तार किया था। दोनों को कोतवाली थाना से लेकर गांधी चौक होते हुए एक नंबर रोड़ स्थित बीडीके अस्पताल तक जुलूस निकाला। भीषण गर्मी और धूप में बदमाशों को रोड पर घुमाया गया ताकि जनता के अंदर का भय खत्म हो सके।
अशोक ढूकिया ने दिए थे नंबर
फिरोती के लिए गिरफ्तारी आरोपी अशोक ढूकिया ने नेशल, राजगढ़ निवासी राजेश जाट को प्रॉपट्री कारोबारी संदीप बलोदा के नंबर दिए थे। राजेश ने ये नंबर संपत नेहरा के गुर्गे को देकर रंगदारी के लिए फोन कराया था। आरोपी राजेश जाट गैंगस्टर संपत नेहरा के रिश्तेदार है। पुलिस ने बताया कि आरोपियां से पूछताछ जारी है। कॉल करने वाले कॉल करने वाले संपत नेहरा के गुर्गे की तलाश की जा रही है।
2019 में हुई थी फायरिंग
प्रॉपर्टी कारोबारी संदीप बालोदा पर इससे पहले 2019 में भी संपत नेहरा के नाम से कॉल आया था और 50 लाख रुपए मांगे थे। पैसे नहीं देने पर उसके रीको स्थित ऑफिस पर फायरिंग करवाई गई थी।
रंगदारी मांगने का आरोप
पीड़ित को गैंगस्टर संपत के नाम से चूरू जिले के नेशल निवासी उसके मामा ने फोन किया था। उसने झुंझुनूं के दुकानदार अशोक ढूकिया से पीड़ित संदीप बलौदा के मोबाइल नंबर लिए थे। दुकानदार अशोक व गैंगस्टर संपत का नेशल (राजगढ़) में ननिहाल है। इसलिए संपत के मामा से अशोक की जान पहचान हो गई। दोनों के बीच लंबे समय से संपर्क है। अशोक के खिलाफ बिसाऊ, मलसीसर समेत कई थानों में मामले दर्ज हैं।
इस मामले में दुकानदार अशोक ढूकिया का गैंगस्टर संपत नेहरा की गैंग से कनेक्शन मिलने और संपत के गुर्गे (मामा) को मोबाइल नंबर उपलब्ध करवाने की बात साबित होने पर पुलिस ने अशोक को पकड़ लिया। बलौदा को उसके दोस्त विकास जानू ने बताया था कि 13 मई की शाम कालू मार्केट में दुकान चलाने वाले अशोक ढूकिया ने कहा था कि संदीप बलौदा से या या तो पैसे पैसे दिला दो, नहीं तो उनके पास संपत नेहरा का फोन आएगा और उसे पैसे देने पड़ेंगे।
जानिए गैंगस्टर व बलौदा के बीच हुई बातचीत
रंगदारी मांगने वाले को बलौदा ने कहा कि वह एसपी के पास जा रहा है। तब उसने धमकाते हुए कहा कि एसपी के पास क्या तेरी मर्जी है वहां चले जा, तुझे कोई नहीं बचा सकता। एक करोड़ रुपए देने होंगे... यह कहकर वह पुलिस को गाली गलौज करता है। जब बलौदा ने कहा कि आप संपत्त नहीं बोल रहे तो कहा कि दो दिन का टाइम है। रकम नहीं दी तो गोली से उड़ा देंगे। दूसरे दिन वीरेंद्र चारण के नाम से आए कॉल में भी बलौदा को धमकाया गया। कहा कि प्रोटक्शन मनी देनी होगी। बलौदा ने कहा- मेरे पास इतने रुपए नहीं है। टाबर नौकरी लगेगा तब पैसे होंगे। इस पर फोन करने वाला कहता है कि ठंडे दिमाग से सोच लेना, जब बचेगा तो ही टाबर नौकरी लगेगा।
रिपोर्ट- मुकुल जोशी