आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीरों की धरती राजस्थान पहुंचे हैं। पीएम मोदी का 4 महीने में ये तीसरा राजस्थान दौरा है। शनिवार को पीएम मोदी सुबह 11:30 बजे भीलवाड़ा के मालासेरी डूंगरी में गुर्जर समाज के विश्व प्रसिद्ध तीर्थ भगवान देवनारायण की प्रकट स्थली पहुंचें। इस दौरान पीएम मोदी भगवान श्री देवनारायणजी के 1111वें अवतरण मोहत्सव में शामिल हुए। पीएम मोदी ने मंदिर में पूजा की और साथ ही यहां हो रहे हवन में भी शामिल हुए। पूजा के बाद पीएम मोदी बड़ी रैली को संबोधित कर रहे हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि भीलवाड़ा में पीएम नहीं, भगवान देवनारायण का भक्त आया है।
भगवान देवनारायण कॉरिडोर की हो सकती है घोषणा
भीलवाड़ा में पीएम की रैली में करीब 2 लाख से ज्यादा लोगों के पहुंचने की उम्मीद की जा रही है। इस दौरान पीएम मोदी महाकाल कॉरिडोर उज्जैन की तर्ज पर भगवान देवनारायण कॉरिडोर बनाने की घोषणा कर सकते हैं। बता दें कि राजस्थान में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में पीएम मोदी आसींद की धरती से गुर्जर समुदाय को बड़ा मैसेज देने की कोशिश करेंगे। पीएम मोदी के इस दौरे को लेकर सियासी पंडित वोटबैंक और सीटों के गणित में फिट करने में लग गए हैं।
गुर्जर समाज के विश्व प्रसिद्ध तीर्थ में पीएम
भगवान श्री देवनारायण में करोड़ों लोगों की गहरी आस्था है। भगवान श्री देवनारायण को गुर्जर अपना आराध्य मानते हैं। पीएम मोदी आज भीलवाड़ा के आसींद में इसी मंदिर में पहुंच रहे हैं। पीएम मोदी भीलवाड़ा जिले के मालासेरी गांव में उस जगह पधार रहे हैं जहां भगवान श्री देवनारायण की जन्मस्थली है। यहां भगवान देवनारायण की 1111वां अवतरण महोत्सव मनाया जा रहा है, जिसे लेकर इस वक्त भीलवाड़ा में उत्सव जैसा माहौल है। कलश यात्रा निकाली जा रही है, कई दिनों से भंडारा चल रहा है। हजारों लोग भगवान देवनारायण के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। लेकिन इस बार मौका बेहद खास है, क्योंकि पहली बार कोई प्रधानमंत्री, विष्णु के अवतार भगवान देवनारायण के धाम में आ रहा है। इसलिए पीएम मोदी के स्वागत में तैयारियां भी भव्य की गई हैं।
गुर्जर समाज का आशीर्वाद लेने की कवायत
गुर्जर समाज के लोगों को उम्मीद है कि पीएम मोदी देवनारायण कॉरिडोर की घोषणा कर गुर्जर समाज का आशीर्वाद ले सकते हैं। इसके पीछे भी बड़ी वज़ह है। मालासेरी डूंगरी देशभर में गुर्जर समुदाय की आस्था का बड़ा केंद्र है। केंद्र सरकार की एक रिसर्च टीम भीलवाड़ा में इन दिनों मौजूद है। रिसर्च टीम भगवान देवनारायण से जुड़ी कथाओं साहित्य को जुटा रही है। सरकार भगवान देवनारायण की जीवनी को फड़ कला के जरिए प्रदर्शित करने की तैयारी में है।
भगवान देवनारायण केवल राजस्थान में नहीं पूजे जाते हैं, बल्कि पंजाब, हिमाचल, जम्मू-कश्मीर, गुजरात, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, उत्तरप्रदेश समेत कई राज्यों में बसे गुर्जर समुदाय की यहां मान्यता है। माना जाता है कि 1111 साल पहले भगवान देवनारायण की मां साडू देवी ने इस डूंगरी पर भगवान विष्णु की तपस्या की थी, जिनके आशीर्वाद से भगवान देवनारायण का जन्म हुआ था। देवनारायण जी बगड़ावत नागवंश के गुर्जर थे और ये गुर्जर जाति के लोकदेवता हैं। लोग इन्हें भगवान विष्णु का अवतार मानाते हैं। जिस स्थान पर भगवान का जन्म हुआ, वहीं पर मालासेरी डूंगरी मंदिर बनाया गया है।
विधानसभा चुनाव पर है नजर
लेकिन पीएम मोदी के दौरे ने गुर्जर समुदाय की आस्था को और खास बना दिया है। राजस्थान में इस साल विधानसभा चुनाव हैं। कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही राजनीतिक दल गुर्जर वोट बैंक को साधने के लिए देवनारायण जयंती को भुनाने में जुटे हैं। सीएम अशोक गहलोत ने आखिरी वक्त में गुर्जरों को मनाने के लिए आज सरकारी छुट्टी का ऐलान कर दिया है। मोदी जब भगवान श्री देवनारायण की आराधना करेंगे तो 23 और 24 दोनों चुनाव के लिए ये एक बड़ा गेमचेंजर साबित हो सकता है।
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