दौसा (राजस्थान): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राजस्थान के दौसा में देश के सबसे लंबे दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे के पहले फेज का उद्धाटन किया है। पीएम मोदी ने दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे के दिल्ली-दौसा-लालसोट खंड को राष्ट्र को समर्पित किया है। सोहना और दौसा के बीच की दूरी 246 किलोमीटर है, जबकि भारत के दो प्रमुख शहरों को जोड़ने वाला पूरा दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे 1,380 किलोमीटर लंबा है।
6 राज्यों से गुजरने वाला ये एक्सप्रेस वे मार्च 2024 तक पूरी तरह तैयार हो जाएगा। अभी तक दिल्ली से जयपुर तक के सफर में लगभग 5 घंटे लगते थे अब यह समय घटकर लगभग साढ़े 3 घंटे का हो जाएगा। इस एक्सप्रेस वे से देश की राजनीतिक राजधानी दिल्ली से आर्थिक राजधानी मुंबई तक का सफर महज 12 घंटे में पूरा किया जा सकेगा।
किन-किन राज्यों से गुजरेगा सबसे बड़ा एक्सप्रेस-वे?
- दिल्ली- 9 KM
- हरियाणा- 130 KM
- राजस्थान- 374 KM
- मध्य प्रदेश- 245 KM
- गुजरात- 423 KM
- महाराष्ट्र- 169 KM
246 किलोमीटर लंबा है खंड
दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस-वे का दिल्ली-दौसा-लालसोट खंड 246 किलोमीटर लंबा है, जिसे 12,150 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित किया गया है। इस खंड के चालू हो जाने से दिल्ली से जयपुर का यात्रा समय पांच घंटे से कम होकर लगभग साढ़े तीन घंटे रह जाएगा। बयान के अनुसार इस खंड के खुलने से पूरे क्षेत्र में आर्थिक विकास को भी बल मिलेगा। अपने कार्यक्रम के दौरान, प्रधानमंत्री 247 किलोमीटर लंबे राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं की भी आधारशिला रखेंगे, जिन्हें 5,940 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित किया जाना है।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे से क्या क्या बदलेगा?
इसके बन जाने से दिल्ली और मुम्बई के बीच की यात्रा दूरी में 12 प्रतिशत की कमी आएगी और सड़क की लंबाई 1,424 किलोमीटर से कम होकर 1,242 किलोमीटर रह जाएगी। यात्रा के समय में भी 50% की कमी आएगी। पहले जहां यात्रा में 24 घंटे लगते थे, वहीं अब 12 घंटे लगेंगे। यह एक्सप्रेस वे छह राज्यों- दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र से होकर गुजरेगा तथा कोटा, इंदौर, जयपुर, भोपाल, वडोदरा और सूरत जैसे मुख्य शहरों को जोड़ेगा।