जयपुर: राजस्थान की सियासत में फोन टैपिंग का मामला एकबार फिर गरमा गया है। भारतीय जनता पार्टी ने राज्य की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा है। पार्टी ने इस मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पद से इस्तीफा देना चाहिए। उधर, राज्य सरकार का कहना है कि राज्य के किसी विधायक या मंत्री का फोन टैप नहीं किया गया है।
दरअसल, सरकार पर ये आरोप इस बारे में विधानसभा में एक तारांकित प्रश्न के जवाब में दी गयी जानकारी के बाद लगाए जा रहे हैं। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां ने संवाददाताओं से कहा कि यह मामला बेहद संगीन है। पिछले साल अगस्त में सवाल (फोन टैपिंग के मुद्दे पर) उठाए गए थे और अब जाकर जवाब आया है। यह एक गंभीर मामला है। मुख्यमंत्री को जिम्मेदारी लेनी चाहिए और नैतिक आधार पर इस्तीफा देना चाहिए। सीबीआई को इस मुद्दे की अब जांच करनी चाहिए।
आपको बता दें कि पिछले साल सचिन पायलट और 18 अन्य कांग्रेस विधायकों ने मुख्यमंत्री गहलोत के नेतृत्व के खिलाफ बगावती तेवर दिखाए थे। इसके बाद कांग्रेस ने अपने विधायकों को लंबे समय तक अलग-अलग होटलों में रखा था। इसी घटनाक्रम में विधायकों सहित अन्य जनप्रतिनिधियों के फोन टैप किए जाने के आरोप लगे थे। हालांकि, अधिकारियों और खुद मुख्यमंत्री गहलोत ने इस खबर का खंडन किया था।