जयपुर: राजस्थान में चल रहे सियासी घमासान को लेकर भाजपा के राज्यसभा सांसद ओम प्रकाश माथुर ने कहा कि 'अगर बहुमत है तो अशोक गहलोत को डर किस बात का है? अगर बहुमत है तो बाड़ेबंदी क्यों? बहुमत है तो फ्लोर टेस्ट क्यों नहीं करवा रहे है।' उन्होंने कहा कि 'अशोक गहलोत के पास बहुमत नहीं है। उनको डर है कि फ्लोर टेस्ट होने पर छुट्टी हो जाएगी।'
ओम प्रकाश माथुर ने कहा कि 'जो इतना आगे बढ़ चुका है लगता नहीं ( कि सचिन पायलट कांग्रेस में वापिस लौटेगा)। बीजेपी की भूमिका तो इनके निर्णय होने के बाद होगी। सचिन और गहलोत के शपथ के दिन ही कुर्सी को लेकर झगड़ा हो गया था, सचिन पायलट ने डेढ़ साल तक धीरज रखा।' उन्होंने कहा कि 'मेरी जानकारी में नहीं है कि सचिन बीजेपी के संपर्क में है। ये उनका अंदरूनी मामला है।'
माथुर ने कहा कि 'बीजेपी ऐसी पार्टी है कि कार्यकर्ताओं को ध्यान में रखकर निर्णय करती है। सियासी केमिस्ट्री अलग होती है और पार्टी लाइन अलग होती है। व्यक्तिगत संबंध अपनी जगह है और पार्टी का निर्णय अपनी जगह होता है। वसुंधरा हों या ओम माथुर...सब पार्टी से बंधे हैं। बीजेपी शीर्ष नेतृत्व सबकी राय से फैसला करेगी और जो शार्ष नेतृत्व फैसला करेगा उसको सब मानेंगे।'
उन्होंने कहा कि 'हमारे यहां संवाद की कमी नहीं है। जब पार्टी का फैसला हो जाता है तो व्यक्तिगत इच्छा या संबंध काम नहीं आते लेकिन सबसे सबंध रखने चाहिए पर पार्टी लाइन के बाहर नहीं जाना चाहिए।' उन्होंने कहा कि 'हर जगह सबको बयान देने की जरूरत नहीं है। वसुंधरा राजे विधायक भी हैं, वो बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और दूसरे नेताओं के संपर्क में होगी।'
माथुर ने कहा कि 'सचिन पायलट को लेकर बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व जो फैसला करेगा उसको वसुंधरा क्या पूरी पार्टी मानेगी।'