जयपुर: कोरोना वायरस से निपटने के लिए अब जयपुर में सरकार ने रिहायशी इलाकों के पास नए क्वारंटाइन सेंटर बनाने शुरू कर दिए हैं। ये सभी पुराने जयपुर विकास प्राधीकरण या फिर हाउसिंग बोर्ड के घर हैं, जिनको रातों-रात चमका दिया गया है। हालांकि, सूत्रों के हवाले से जो खबर हमें मिली है, उसके मुताबिक इन सेंटर्स में कोविड-19 के पेशेंट्स को भी रखा जाएगा।
सरकार जयपुर में अलग-अलग सेंटर्स बना रही है। इन सबके पीछे कारण माना जा रहा है कि सरकारी अस्पतालों को कोरोना फ्री दिखा सकें। जयपुर के कानोता इलाके में सबसे ज्यादा लोगों को रखा जाएगा। नायला के पास दस्तकार योजना के तहत जो 700 फ्लैट हैं, उनमे 2100 लोगों को रखने की तैयारी की गई है।
हाउसिंग बोर्ड की तरफ से एक हफ्ते में पूरे इलाके को चमका दिया गया है। रातों-रात सभी घरों में बिजली के मीटर लग गए हैं, पानी की लाइन प्रत्येक घर में लगा दी गई है, कमरों में नए पंखे और एलईडी लाइट्स तथा सैनिटाइज करने के लिए बेसिन लगा दी गई हैं। वहीं, जिला प्रशासन के आदेश के मुताबिक, क्वारंटाइन सेन्टर्स की जो व्यवस्था जयपुर में की जा रही है वह इस प्रकार है-
दिल्ली रोड-
- एमिटी यूनिवर्सिटी, दिल्ली रोड- 300 लोग रहेंगे
- आर्य कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, ओल्ड कैंपस कूकस- 300 लोग रहेंगे
- जयपुर इंजीनियरिंग कॉलेज, कूकस- 475 लोग रहेंगे
- शंकरा इंस्टीट्यूट, कूकस- 380 लोग रहेंगे
टोंक रोड-
- ग्लोबल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी- 400 लोग रहेंगे
- पूर्णिमा यूनिवर्सिटी प्लांट नंबर 2027-31- 600 लोग रहेंगे
- विवेकानंद इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी- 300 लोग रहेंगे
- ज्ञान विहार यूनिवर्सिटी, महल रोड- 100 लोग रहेंगे
- जगन्नाथ यूनिवर्सिटी, चाकसु- 225 लोग रहेंगे
- एमएन आईटी- 1000 लोग रहेंगे
अजमेर रोड-
- जेके लक्ष्मी सिंघानिया यूनिवर्सिटी- 200 लोग रहेंगे
- दिल्ली पब्लिक स्कूल, अजमेर- 160 लोग रहेंगे
- राजस्थान आवासीय मंडल द्दारा महला आवासीय योजना- 4000 लोग रहेंगे
आगरा रोड-
- नायला आवासन मंडल दस्तकार योजना- 2000 लोग रहेंगे
- बीएसयूपी आवास, बगराना- 3600 लोग रहेंगे