राजस्थान के भरतपुर से दो मुस्लिम युवकों को अगवा कर हत्या करने का मामला अभी गरमाया हुआ है। इस घटना के आरोपी श्रीकांत वर्मा की गर्भवती पत्नी पर राजस्थान पुलिस की बेरहमी देखने को मिली है। राजस्थान पुलिस द्वारा गर्भवती महिला की पिटाई की गई। इसका नतीजा यह हुआ कि पुलिस की पिटाई के कारण बच्चे की गर्भ में ही मौत हो गई है। घटना के आरोपी श्रीकांत के घर में पुलिस ने रेड के दौरान श्रीकांत की पत्नी के साथ मारपीट की। इस मामले के सामने आने के बाद राजस्थान पुलिस द्वारा अबतक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।
क्या बोलीं श्रीकांत की मां..
दैनिक भास्कर पर प्रकाशित खबर के मुताबिक श्रीकांत की मां दुलारी ने शनिवार को नूंह जिले के नगीना थाने में इस बाबत शिकायत दर्ज की। दुलारी का कहना है कि 16 फरवरी को सुबह साढ़े 3 बजे राजस्थान पुलिस के 30-40 लोग उनके घर में रेड करने पहुंचे और परिवार को डराते-धमकाते हुए जबरन गेट खुलवाया। अंदर घुसते ही उन्होंने श्रीकांत के बारे में पूछताछ शुरू की। उन्होंने पुलिस को बताया कि श्रीकांत घर पर नहीं है। इतना सुनकर पुलिसवाले भड़क गए और परिजनों को ही गालियां देने लगे। इसके बाद जब परिजनों ने पुलिसकर्मियों को रोकने का प्रयास किया तो पुलिसवाले परिजनों संग मारपीट करने लगे।
श्रीकांत ने बताया कि इस दौरान पुलिस ने श्रीकांत की पत्नी कमलेश को धक्का दिया जो कि गर्भवती थी। इसके बाद उसके साथ मारपीट भी की। मारपीट के बाद कमलेश दर्द से कराहने लगी और उसकी तबियत बिगड़ने लगी। इसके बाद उसे जिला अस्पताल पहुंचाया गया। यहां कमलेश की हालत को गंभीर देखते हुए कमलेश को मेडकिल कॉलेज नलहड़ के लिए रेफर कर दिया गया। इस दौरान जब डॉक्टरों ने कमलेश का ऑपरेशन किया तो बच्चा मरा हुआ पैदा हुआ। दुलारी ने बताया कि नवजात बच्चे के मुंह से खून निकल रहा था। पुलिस की मारपीट के कारण नवजात बच्चे की मौत हो गई। उनका कहना है कि उनकी बहू की स्थिति अब भी गंभीर है इसलिए कमलेश को आईसीयू वार्ड में रखा गया है।
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