जयपुरः विधानसभा चुनाव हारने के बाद राज्य मंत्री सुरेन्द्रपाल सिंह टीटी ने सोमवार रात अपने पद से इस्तीफा दे दिया। राजभवन के प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) सुरेंद्र पाल सिंह टीटी का त्यागपत्र राजभवन भेजा जिसे राज्यपाल ने तत्काल प्रभाव से स्वीकार कर लिया है। उल्लेखनीय है कि टीटी गंगानगर जिले की करणपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे थे। इस सीट के लिए हुए मतदान की गिनती सोमवार को हुई। इसमें कांग्रेस के प्रत्याशी रुपिन्दर सिंह कुन्नर ने टीटी को 11,283 मतों से हराया।
टीटी की हार से बीजेपी को लगा झटका
बता दें कि राजस्थान में नवगठित भारतीय जनता पार्टी सरकार को सोमवार को उस समय करारा झटका लगा जब विपक्षी कांग्रेस के प्रत्याशी रुपिन्दर सिंह कुन्नर ने करणपुर विधानसभा सीट जीत ली। कुन्नर ने इस सीट के लिए चुनाव में भाजपा के उम्मीदवार और राज्यमंत्री सुरेन्द्रपाल सिंह टीटी को 11283 वोटों से हराया। भाजपा ने इस सीट से चुनाव लड़ रहे टीटी को न केवल मंत्री बनाया बल्कि उन्हें विभाग भी आवंटित कर दिए थे।
5 जनवरी को हुआ था चुनाव
कांग्रेस प्रत्याशी और तत्कालीन विधायक गुरमीत सिंह के निधन के कारण इस सीट पर चुनाव स्थगित किया गया था। विजेता रुपिंदर, गुरमीत सिंह के बेटे हैं। यहां पांच जनवरी को मतदान हुआ था जिसकी गिनती सोमवार को हुई। निर्वाचन विभाग की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार कांग्रेस प्रत्याशी रुपिन्दर सिंह को 94,950 वोट मिले जबकि टीटी को 83,667 वोट मिले। तीसरे नंबर पर रहे आम आदमी पार्टी प्रत्याशी पिरथीपाल सिंह को 11940 वोट मिले।
टीटी को मिले थे ये विभाग
इस जीत के साथ ही राज्य की 200 सीटों वाली विधानसभा में कांग्रेस के विधायकों की संख्या बढ़ कर 70 हो गई है। प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा के 115 विधायक हैं। इस हार को राज्य में लगभग एक महीने पहले ही सत्ता में आने वाली भाजपा के लिए करारा राजनीतिक झटका माना जा रहा है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने करणपुर सीट से चुनाव लड़ रहे सुरेन्द्रपाल सिंह टीटी को 30 दिसंबर को बतौर राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) मंत्रिपरिषद में शामिल किया था। उन्हें कृषि विपणन विभाग, इंदिरा गांधी नहर विभाग तथा अल्पसंख्यक मामलात एवं वक्फ विभाग दिया गया था, लेकिन उन्होंने कार्यभार ग्रहण नहीं किया था। टीटी के लिए यह लगातार दूसरी हार है। साल 2018 में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में वह तीसरे स्थान पर रहे थे।
कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधा
मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने इस हार पर सत्तारूढ़ भाजपा पर निशाना साधा। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि इलाके की जनता ने भाजपा को सबक सिखाया है। गहलोत ने 'एक्स' पर लिखा, 'करणपुर की जनता ने भारतीय जनता पार्टी के अभिमान को हराया है। चुनाव के बीच प्रत्याशी को मंत्री बनाकर आचार संहिता और नैतिकता की धज्जियां उड़ाने वाली भाजपा को जनता ने सबक सिखाया है।