राजस्थान में जैसलमेर के पोकरण से एक बड़ी खबर सामने आई है। मिलिट्री इंटेलिजेंस ने यहां 6 संदिग्ध लोगों को टोल नाके के पास से पकड़ा है। पकड़े गए छह संदिग्धों में से चार मध्यप्रदेश के हैं और दो गुजरात के हैं। मिली हुई जानकारी के मुताबिक इनके पास से दो गाड़िया भी पकड़ी हैं, जिन पर आर्मी लिखा हुआ था। संदिग्धों में से दो के पास से आर्मी अधिकारियों के फर्जी ID स्कैन किये हुए मिले हैं। डिटेन किए गए संदिग्धों को पोकरण पुलिस को सुपुर्द किया गया है। इनकी मकसद क्या था और ये लोग आर्मी के आई कार्ड स्कैन करके कहां से ले आयए, इस संबंध में पूछताछ की जा रही है।
हाल में जासूसी के आरोप में कोलकाता से किया गया था एक शख्स गिरफ्तार
अभी हाल में ही कुछ दिनों पहले वेस्ट बंगाल के कोलकात शहर से एक जासूस के तौर पर अरेस्ट किया था। शख्स को पाकिस्तान के लिए कथित तौर पर जासूसी करने के आरोप में एक गुप्त सूचना ते आधार पर गिरफ्तार किया गया था। आरोपी (36 वर्षीय) मूल रूप से बिहार के दरभंगा जिले का रहने वाला है। पुलिस ने बताया था कि अरेस्ट किया गया शख्स देश की सुरक्षा के लिए हानिकारक गतिविधियों में सीधे तौर पर शामिल पाया गया।
कुछ दिनों पहले कोर्ट ने तीन लोगों को जासूसी के आरोप में सुनाई थी उम्रकैद की सजा
इससे पहले अहमदाबाद की सेशन कोर्ट ने पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाले तीन दोषियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने सिराजुद्दीन अली फकीर, मोहम्मद अयूब और नौशाद अली को 2012 में गिरफ्तार किया था। तीनों इंडियन आर्मी की सीक्रेट इन्फॉर्मेशन पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी (ISI) तक पहुंचाते थे। जिस समय इन तानो को पकड़ा गया था, उस समय इन लोगों की उम्र कमश: सिराजुद्दीन की उम्र 24, जबकि अयूब और नौशाद की 23-23 साल की थी।