राजस्थान। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शनिवार को संसदीय क्षेत्र का दौरा किया। कोटा जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का ओम बिरला ने दौरा किया और हालात का जायजा लिया। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कोटा के सांगोद इलाके में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि हाड़ौती में अतिवृष्टि के कारण अधिकतम क्षेत्रों की फसल नष्ट हो चुकी है, कई कच्चे मकान गिरे हैं। सांगोद में देर रात बहुत पानी आने के कारण पूरा कस्बा डूब गया है। रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर लोगों को निकाला गया। स्थिति विकट है, राहत के सभी प्रयास किए जा रहे हैं।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने हेलीकॉप्टर से सर्वेक्षण भी किया। सांगोद क्षेत्र में आई बाढ़ का हेलीकॉप्टर से सर्वेक्षण किया। बाढ़ की स्थिति को लेकर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने चिंता जताई है। बिरला ने कहा कि बाढ़ में फंसे लोगों की हर संभव सहायता करेंगे।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शनिवार को कोटा जिले में बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया। बाढ़ के कारण कई लोगों के अपने घरों में फंसे होने के बाद बचाव अभियान का नेतृत्व करने के लिए सेना को बुलाया गया है। कोटा के जिलाधिकारी उज्जवल राठौड़ ने बताया कि शनिवार की पूर्वाह्न 11 बजे तक जिले के बाढ़ प्रभावित सांगोद इलाके के विभिन्न स्थानों से 140 लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। उन्होंने बताया कि सांगोद में हालत नियंत्रण में है। अ
धिकारियों ने बताया कि बिरला ने सुबह एक हेलीकॉप्टर से बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया। उन्होंने बताया कि प्रशासन ने इस काम में सेना की मदद ली है क्योंकि शुक्रवार रात सांगोद क़स्बे में बाढ़ की स्थिति भयावह हो गई थी। उन्होंने बताया कि हिंगी गांव में एक बालिका आवासीय विद्यालय की लगभग 30 लड़कियों और कर्मचारियों समेत कम से कम 140 लोगों को शनिवार सुबह तक सुरक्षित बाहर निकाला गया। जिलाधिकारी राठौड़ और कोटा (ग्रामीण) के पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी मध्य रात्रि में वहां पहुंचे और शनिवार सुबह तक बचाव अभियान की निगरानी की।
सेना के अलावा राज्य आपदा मोचन बल, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल और जिला प्रशासन बचाव कार्यों में जुटे हैं। सांगोद से कांग्रेस के विधायक भरत सिंह ने बताया कि सांगोद में स्थिति सामान्य और जलस्तर कम हुआ है। संपत्ति, फसल और घरों को पहुँची क्षति का आकलन अभी नहीं हो पाया है। सिंह ने कक्षाएं बंद रहने के बीच आवासीय विद्यालय में लड़कियों और कर्मचारियों की मौजूदगी पर सवाल उठाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि शुक्रवार की शाम जलस्तर को बढ़ता देख विद्यालय के प्रधानाध्यापक भाग गये। उन्होंने कहा, ‘‘ मेरी राय है कि स्कूल के प्रधानाध्यापक के खिलाफ कार्रवाई शुरू की जानी चाहिए।’’