जयपुर: राजस्थान में लोकसभा चुनाव के पहले फेज में 12 लोकसभा सीट पर होने वाले मतदान के लिए प्रचार अभियान का शोर बुधवार शाम छह बजे थम गया। इन सीटों पर 19 अप्रैल को मतदान होगा और नतीजे 4 जून को घोषित किए जाएंगे। मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि पहले चरण में मतदान के अंतिम 48 घंटे के लिए चुनाव प्रचार गतिविधियां बुधवार शाम 6 बजे से थम गईं। राज्य की जिन 12 लोकसभा सीट पर पहले चरण में मतदान होना है उनमें से सीकर, चुरू एवं नागौर की सीट भी है जहां मुकाबला कड़ा माना जा रहा है।
सीकर में बीजेपी के सामने है कड़ी चुनौती
कांग्रेस ने सीकर सीट गठबंधन सहयोगी CPM के लिए छोड़ी है। इस सीट पर बीजेपी के मौजूदा सांसद सुमेधानंद सरस्वती उम्मीदवार हैं तो CPM की ओर से पूर्व विधायक अमराराम मैदान में हैं। सीकर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा का गृहनगर है। सीकर लोकसभा क्षेत्र की 8 विधानसभा सीट में से 5 कांग्रेस के पास हैं जबकि 3 पर बीजेपी के विधायक हैं। अमराराम दांतारामगढ़ और धोद से विधायक रह चुके हैं। यही वजह है कि सीकर बीजेपी के लिए कड़ी चुनौती वाली सीट बन गई है।
चूरू सीट पर भी हो सकती है कड़ी टक्कर
इसी तरह चूरू लोकसभा सीट से कांग्रेस ने मौजूदा सांसद राहुल कस्वां को मैदान में उतारा है। बीजेपी ने अपने मौजूदा सांसद राहुल कस्वां को टिकट देने से इनकार कर दिया था। 2 बार के सांसद कस्वां पैरालंपिक पदक विजेता बीजेपी के देवेंद्र झाझड़िया के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। चूरू पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ का गृहनगर है और राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि राठौड़ के कारण ही राहुल कस्वां को टिकट नहीं मिला। राहुल कस्वां उन मौजूदा सांसदों में से हैं जो बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए।
नागौर में जाट समाज के दो नेता आमने-सामने
राज्य की नागौर लोकसभा सीट पर जाट समाज के ही दो नेता आमने-सामने हैं। कांग्रेस के साथ गठबंधन के तहत राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संयोजक हनुमान बेनीवाल बीजेपी की ज्योति मिर्धा के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। बेनीवाल का मुकाबला एक बार फिर ज्योति मिर्धा से होगा। ज्योति मिर्धा ने 2019 का लोकसभा चुनाव कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में लड़ा था और बेनीवाल से हार गई थीं। 2024 के लोकसभा चुनाव में बेनीवाल ने विपक्षी 'I.N.D.I.A.' गठबंधन को समर्थन देने का फैसला किया है और ज्योति मिर्धा बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं। ज्योति मिर्धा 2023 का विधानसभा चुनाव कांग्रेस उम्मीदवार और अपने चाचा हरेंद्र मिर्धा से हार गई थीं।
बीजेपी और कांग्रेस नेताओं ने प्रचार में दिखाया था दम
कांग्रेस ने अपना चुनाव अभियान मुख्य रूप से 2 मुद्दों- महंगाई एवं बेरोजगारी तथा अपने चुनाव घोषणा पत्र 'न्याय पत्र' पर केंद्रित किया। पार्टी ने इस घोषणा पत्र में 30 लाख रिक्त सरकारी पद भरने, MSP की कानूनी गारंटी का वादा किया है। बीजेपी ने तुष्टिकरण, भ्रष्टाचार और पेपर लीक जैसे मुद्दों पर कांग्रेस पर हमला बोला। बीजेपी ने अपने संकल्प पत्र और प्रधानमंत्री मोदी की गारंटी को लेकर भी प्रचार किया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और अन्य नेताओं ने कई चुनावी सभाएं कीं, जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भाजपा के चुनाव अभियान का नेतृत्व किया और कई रैलियां कीं। उन्होंने दौसा में रोड शो भी किया।
पिछले 2 चुनावों में बीजेपी ने किया शानदार प्रदर्शन
केंद्रीय मंत्री एवं पूर्व बीजेपी अध्यक्ष अमित ने जयपुर और कांग्रेस की प्रियंका गांधी ने अलवर में रोड शो किया। इसी तरह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, एमपी के मुख्यमंत्री मोहन यादव और केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने बीजेपी के पक्ष में कई जगह सभाएं कीं। राजस्थान में कुल 25 लोकसभा सीट हैं। साल 2014 और 2019 के दो आम चुनाव में ये सभी सीट बीजेपी ने जीतीं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी गुप्ता ने कहा कि इस लोकसभा चुनाव के लिए प्रकाशित मतदाता सूचियों के अनुसार, सामान्य मतदाता 2,53,15,541 हैं, जिनमें 1,32,89,538 पुरुष, 1,20,25,699 महिलाएं एवं 304 तृतीय लिंगी हैं।
26 अप्रैल को होंगे दूसरे चरण के चुनाव
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि इस चुनाव में 18 से 19 वर्ष की उम्र के 7,98,520 नये मतदाता लोकसभा चुनाव में पहली बार मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। निर्वाचन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि बुधवार शाम 6 बजे चुनाव प्रचार थम गया। शुक्रवार को सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक मतदान होगा। पहले चरण में गंगानगर, बीकानेर, चूरू, झुंझूनूं, सीकर, जयपुर ग्रामीण, जयपुर, अलवर, भरतपुर, करौली-धौलपुर, दौसा और नागौर लोकसभा सीट पर मतदान होगा। राजस्थान में लोकसभा चुनाव 2 चरणों में 19 और 26 अप्रैल को होंगे। दूसरे चरण में 26 अप्रैल को टोंक, अजमेर, पाली, जोधपुर, बाड़मेर, जालौर, उदयपुर, बांसवाड़ा, चित्तौड़गढ़, राजसमंद, भीलवाड़ा, कोटा और झालावाड़ कुल 13 सीटों पर मतदान होगा। (भाषा)