राजस्थान की राजधानी जयपुर के एक होटल में तेंदुआ दिखने से हड़कंप मच गया। बताया जा रहा है कि जयपुर के निजी कैसल कानोता हेरिटेज होटल में तेंदुआ घुस गया। कड़ी मशक्कत के बाद उसे वहां से निकाला गया। हालांकि होटल के किसी स्टाफ को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया।मिली जानकारी के अनुसार, गुरुवार सुबह 9:40 बजे एक नाटकीय घटनाक्रम में जयपुर के कैसल कानोता हेरिटेज होटल में एक तेंदुआ घुस गया। होटल में मौजूद पर्यटकों को तुरंत बाहर निकाला गया।
2 घंटे से ज्यादा समय तक परेशान रहे लोग
होटल के कर्मचारियों, स्थानीय अधिकारियों और वन्यजीव बचाव टीमों ने तेंदुए को शांत करने के लिए दो घंटे से अधिक समय तक अथक प्रयास किया। यह मुश्किल तब शुरू हुई जब होटल में कुत्ते अचानक भौंकने लगे। कर्मचारियों द्वारा कुत्तों को शांत करने की कोशिशों के बावजूद वे उत्तेजित रहे। सुबह 10 बजे होटल मालिक मानसिंह ने तत्काल वन विभाग की टीम को सूचना दी।
होटल खाली करवाया गया
इस दौरान पर्यटकों ने होटल खाली कर दिया और तेंदुआ एक स्टाफ रूम में घुस गया। लोगों ने तेंदुए को आगे बढ़ने से रोकते हुए दरवाजे को बाहर से बंद कर दिया। तेंदुए ने फुर्ती दिखाते हुए कमरे में सामान बिखेर दिया। वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और तेंदुए को सफलतापूर्वक ट्रैंकुलाइज किया, जिससे होटल स्टाफ और मेहमानों को राहत मिली।
कोई हताहत नहीं हुआ
बस्सी रेंजर पृथ्वीराज मीना ने बताया कि सुबह तेंदुए के घुसने की जानकारी मिली। उनकी टीम और जयपुर चिड़ियाघर की टीम दोनों तेजी से बचाव अभियान चलाने के लिए स्थान पर पहुंचे। सौभाग्य से, पूरे बचाव अभियान के दौरान कोई हताहत नहीं हुआ। तेंदुए को नाहरगढ़ रेस्क्यू सेंटर ले जाया गया है, जहां जंगल में वापस छोड़ने से पहले उसका प्रारंभिक उपचार किया गया। बस्सी रेंजर ने कानोता के आसपास प्रचुर वन्य जीवन पर प्रकाश डाला, पास में अमागढ़ और गलता के जंगल हैं, जिससे भोजन या पानी की तलाश में तेंदुओं का इस क्षेत्र में आना एक आम घटना है।