राजस्थान के पूर्व मंत्री राजेन्द्र गुढ़ा को राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बर्खास्त कर दिया है। इस मामले पर अब भाजपा सरकार कांग्रेस की आलोचना कर रही है। इस बीच राजेंद्र गुढ़ा आज विधानसभा पहुंचे थे। उनके हाथ में लाल डायरी भी थी जिसका जिक्र उन्होंने रविवार के दिन किया था। राजेंद्र राठौड़ ने सदन में जब लाल डायरी का मुद्दा उठाया तो सदन में हंगामा शुरू हो गया। इस बीच सदन में हो रही गहमा-गहमी में राजेंद्र गुढ़ा और शांति धारिवाल के बीच हाथापाई तक की नौबत आ गई। कांग्रेस विधायक रफीक खान ने बीच-बचाव करने का प्रयास किया।
राजेंद्र गुढ़ा की सदन में हुई लड़ाई
विधानसभा पहुंचे राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि कांग्रेस के नेताओं ने सदन में उनको लात घूंसों से मारा है। मुझे नीचे झुका दिया और फिर कांग्रेस नेताओं ने मुझे पीटा। उन्होंने कहा कि मैं मांग करता हूं कि कांग्रेस नेताओं का डीएनए और नार्को टेस्ट कराया जाए। मेरी लाल डायरी भी छीन ली गई है जिसमें करोड़ों रुपये के उलटफेर और करोड़ों अरबों रुपये के लेन-देन की जानकारी थी।
क्या है लाल डायरी
बता दें कि गुढ़ा ने बीते कल दावा करते हुए कहा था कि मैंने सीएम गहलोत के आदेश पर जहां रेड चल रही थी, वहीं से लाल डायरी निकाल ली थी। अगर मैं लाल डायरी नहीं निकालता तो सीएम गहलोत जेल में होते। राजेंद्र गुढ़ा के बयान के बाद अब राजस्थान में लाल डायरी की चर्चा तेज हो गई है। जिसे देखो वही लाल डायरी खोजने में लगा हुआ है। कहा जा रहा है कि इस लाल डायरी में अशोक गहलोत और उनकी सरकार के काले कारनामों की जानकारी हो सकती है। हालांकि अब गुढ़ा का कहना है कि सदन में मारपीट के दौरान कांग्रेस नेताओं ने वो लाल डायरी उनसे छीन ली है।