राजस्थान के कोटा शहर में छात्रों द्वारा खुदकुशी के मामलों ने देशभर में चिंता फैला दी है। रविवार को भी यहां नीट परीक्षा की तैयारी कर रहे 2 छात्रों ने सुसाइड कर लिया। अब इस घटना के बाद देशभर से सवाल उठने शुरू हो गए हैं। ऐसे में राजस्थान सरकार में मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कोचिंग सेंटर्स और उनके संचालकों को निशाने पर लेते हुए कड़ी चेतावनी जारी की है।
बच्चों को डरा नहीं सकते
मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कोचिंग सेंटर्स को निशाने पर लेते हुए कहा कि वो मानते हैं राजस्थान के कोचिंग सेंटर्स के मैनेजर्स के पास काफी ज्यादा पैसा है। लेकिन वो इस आधार पर बच्चों को डरा नहीं सकते। उन्होंने सभी छात्रों के परिजनों से अपील करते हुए कहा कि उनके बच्चे कोचिंग के कारण सफल नहीं होते बल्कि वो पहले से ही काफी होनहार हैं।
कार्रवाई की मांग
मंत्री खाचरियावास ने कहा कि ये कोचिंग सेंटर्स छात्रों को हतोत्साहित करने का काम करते हैं। सरकार को इन कोचिंग माफिया के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि एसपी और कलेक्टर को सीएम गहलोत के निर्देशानुसार कार्रवाई करनी चाहिए अन्यथा राजस्थान की कांग्रेस सरकार एक्शन लेगी।
2 महीने तक टेस्ट निलंबित
राजस्थान की गहलोत सरकार ने रविवार को आनन-फानन में आदेश जारी कर कोचिंग संस्थानों को 2 महीने के लिए सभी टेस्ट को निलंबित करने का निर्देश दिया है। इस साल कोटा में मरने वाले छात्रों की संख्या 23 हो गई है। इन्हीं सब घटनाओं को देखते हुए कोटा जिला प्रशासन ने 17 अगस्त को सभी छात्रावासों और पीजी आवासों के कमरों में स्प्रिंग-लोडेड पंखे लगाने का आदेश दिया था।
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