कोटा। राजस्थान के कोटा जिले में स्थित बोरखेड़ा में सीएए के विरोध के चक्कर में ग्रामीणों ने दो महिला सर्वे कर्मियों की पिटाई कर दी। ये महिलाएं आर्थिक सांख्यिकी विभाग की कर्मचारी थीं और बोरखेड़ा क्षेत्र में सर्वे के लिए गई थीं। इस बीच सीएए का विरोध कर रहे लोगों ने इन महिलाओं के साथ मारपीट की। महिलाओं की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
बताया जा रहा है महिलाकर्मी नजीरन बानो गणना के लिए डाटा लेने के लिए बोरखेडा क्षेत्र में बृजधाम इलाके में परिवारों से डाटा ले रही थी। इस दौरान समुदाय विशेष के चार पांच परिवार के लोग इकटठा हो गए। ये लोग नजीरन से लिया गया डाटा डिलीट करने को कहा। विरोध कर रहे लोगों को महिलाकर्मी ने बताया कि डाटा तो एप में फीड कर दिया गया है,यह तो आर्थिक गणना के लिए है। लेकिन लोगों ने उनके साथ अभद्रता करना शुरु कर दी। लोगों ने महिला के हाथ मरोड कर उनका मोबाइल छीनकर एप ही डिलीट कर दिया। साथ ही उनके साथ बदतमीजी की।
महिलाकर्मी ने लोगों से समझाईश करते हुए बताया कि यह आर्थिक गणना का सर्वे है,इसमें कुछ गलत नही है। वह भी उन्ही के समाज की है। इस पर लोगों ने उन्हें धार्मिक ग्रंथ के बारे में पूछना शुरु कर दिया और धर्म का प्रमाण मांगने लगे। जैसे तैसे महिलाकर्मी ने अपने अधिकारियों को सूचना दी। जिसके बाद सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस के सामने भी एक युवक अभद्रता करने लगा। जिस पर उसे पुलिस ने शांतिभंग में गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार महिलाकर्मी की तरफ से जो शिकायत दी जाएगी,उस पर रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।