Highlights
- गहलोत ने कहा कि बीजेपी ध्रुवीकरण कर चुनाव जीत रही है और जनता को उसके मंसूबों को गंभीरता से लेना चाहिए।
- करौली में कुछ उपद्रवियों ने 2 अप्रैल को नव संवत्सर रैली पर पथराव किया था जिसके बाद सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई थी।
बीकानेर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी ध्रुवीकरण कर चुनाव जीत रही है और जनता को उसके मंसूबों को गंभीरता से लेना चाहिए। गहलोत ने कहा कि देश में तनाव एवं हिंसा का माहौल है और संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। उन्होंने राज्य के करौली शहर में हिंसा एवं आगजनी को लेकर भी बीजेपी नेताओं पर निशाना साधा। 2 दिवसीय कार्यक्रम पर बीकानेर पहुंचे गहलोत ने कहा, ‘आज भी हमारे सामने बहुत बड़ी चुनौती है। आज देश में तनाव का माहौल है। हिंसा का माहौल है और इस माहौल में देश चल रहा है।’
गहलोत ने कहा, ‘संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। यह मैं बार-बार बोलता हूं। लोकतंत्र खतरे में है।’ देश में बढ़ती महंगाई एवं बेरोजगारी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ‘महंगाई की भारी मार है तथा बेरोजगारी से युवाओं में हाहाकार है। ये जानते हैं कि महंगाई एवं बेरोजगारी के बावजूद हम ध्रुवीकरण कर चुनाव जीत सकते हैं। इनको यह भ्रम हो गया है। मैं युवाओं एवं लोगों से इनके मंसूबों को गंभीरता से लेने की अपील करूंगा।’
एनएसयूआई के कार्यक्रम में गहलोत ने कहा, ‘देश में खतरनाक माहौल है। धर्म के नाम ध्रुवीकरण हो रहा है। लोग चाहे भूखे मर रहे हैं, रोजगार नहीं है, नौकरियां नहीं हैं लेकिन धर्म एवं जातिवाद के नाम पर ध्रुवीकरण कर दिया जाता है और भाजपा को भ्रम हो गया है चाहे महंगाई कितनी बढ़े या बेरोजगारी कितनी भी हो, फिर भी हम धर्म के नाम पर ध्रुवीकरण कर चुनाव जीत जाएंगे। जैसा उत्तर प्रदेश में इन्होंने किया। बहुत खतरनाक स्थिति है।’
गहलोत ने कहा कि शासन में वे लोग आ गए हैं जिनका लोकतंत्र में विश्वास नहीं है। उन्होंने कहा कि ये लोग चुनाव जीत गए हैं लेकिन जिन नारों पर वे जीते उन्हें ही भुला दिया गया है, क्योंकि अब ‘अच्छे दिन आएंगे’ व ‘काला धन वापस लाएंगे’ जैसे नारों की बात कोई नहीं करता। राज्य सरकार के इस साल के बजट का राज्य भर में हो रहे स्वागत का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा,‘इससे घबराकर बीजेपी ने तय किया है कि राजस्थान में आग लगाओ। आग की शुरुआत कर दी है करौली में।’
गहलोत ने कहा, ‘बाकायदा नेताओं को निर्देश दिए गए हैं कि आप कुछ करो वहां पर, वरना हमारी सरकार नहीं बनेगी। यह कहां का लोकतंत्र है? ’ बता दें कि करौली में कुछ उपद्रवियों ने 2 अप्रैल को नव संवत्सर रैली पर पथराव किया था। उसके बाद सांप्रदायिक झड़प में कई वाहनों और दुकानों को आग लगा दी गई थी।