राजस्थान की एक मात्र बची हुई विधानसभा सीट पर भी चुनाव सम्पन्न हो गया। इस सीट पर कांग्रेस पार्टी ने अपना कब्ज़ा बरक़रार रखा है। यहां राज्य की अन्य 199 सीटों के साथ चुनाव नहीं कराया गया था। क्योंकि तत्कालीन विधायक और कांग्रेस उम्मीदवार गुरमीत सिंह कुन्नर का निधन हो गया था। इसके बाद कांग्रेस ने यहां से रुपिंदर सिंह कुन्नर को उम्मीदवार बनाया और उन्होंने बीजेपी के प्रत्याशी और मंत्री सुरेन्द्रपाल सिंह टीटी को बड़े मार्जिन से हराया है।
इस परिणाम से हटकर अगर देखें तो इसी विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ने वाले दिहाड़ी मजदूर तीतर सिंह को इस बार 1223 वोट मिले हैं और वह चौथे स्थान पर रहे। निर्वाचन आयोग ने इसकी जानकारी दी। दलित समुदाय के तीतर सिंह पिछले कुछ दशकों में सरपंची से लेकर विधायकी और सांसदी तक का हर चुनाव लड़कर चर्चा में आए हैं। कुल मिलाकर वह तीस से ज्यादा चुनाव लड़ चुके हैं।
तीतर सिंह को कुल मिलाकर 1223 वोट मिले
निर्वाचन विभाग के आंकड़ों के अनुसार तीतर सिंह को कुल मिलाकर 1223 वोट मिले। उन्हें 2018 के विधानसभा चुनाव में 653 वोट मिले थे। तीतर सिंह को 2008 के विधानसभा चुनाव में 938, 2013 के चुनाव में 427 तथा 2018 के विधानसभा चुनाव में 653 वोट मिले। इस सीट पर विजेता व उपविजेता के अलावा केवल आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार पिरथीपाल सिंह को एक हजार से ज्यादा वोट मिले हैं। सिंह को 11940 वोट मिले। इसके अलावा 1034 वोट 'नोटा' के खाते में गए।
सत्तर के दशक से लड़ रहे हैं चुनाव
राजस्थान के करणपुर विधानसभा क्षेत्र के एक छोटे से गांव ‘25 एफ’ में रहने वाले तीतर सिंह पर चुनाव लड़ने का जुनून सत्तर के दशक में तब सवार हुआ, जब वह जवान थे और उन जैसे अनेक लोग नहरी इलाकों में जमीन आवंटन से वंचित रह गए थे। तीतर सिंह का कहना है कि वह अब तक लोकसभा के दस, विधानसभा के दस, जिला परिषद डायरेक्टर के चार, सरपंची के चार व वार्ड सदस्य के चार चुनाव लड़ चुके हैं। नामांकन पत्र के साथ दाखिल हलफनामे के अनुसार, इस समय उनकी उम्र 78 साल है।
नामांकन के दौरान वायरल हुए था वीडियो
यूं तो चुनाव लड़ते लड़ते तीतर सिंह की उम्र होने को आई है लेकिन इस बार उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया जिसमें वह अपनी पत्नी के साथ नामांकन दाखिल करने के लिए जा रहे थे। इसके बाद से उनको लेकर मीडिया में चर्चा चलती रही। बता दें कि राज्य में विधानसभा की 200 में से 199 सीटों के लिए 25 नवंबर को मतदान हुआ। इसका परिणाम तीन दिसंबर को घोषित किया गया। इसमें भाजपा को 115 व कांग्रेस को 69 सीटें मिलीं थीं।