राजस्थान के जोधपुर में एक विवादित जमीन पर अवैध निर्माण को लेकर दो समुदाय आमने-सामने आ गए। इसके बाद दोनों पक्षों में कई घंटों तक ईंट-पत्थर चले इस दौरान एक पक्ष ने दूसरे पक्ष के घरों पर पथराव किया। साथ ही दुकान में आग लगा दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने हालात काबू करने की कोशिश की तो उपद्रवियों ने पुलिस टीम पर पेट्रोल बम से हमला कर दिया। इसके बाद मौके पर और पुलिस बल बुलाकर हालात कंट्रोल में किए गए। घटना के बाद सुरसागर इलाके में तनाव के बाद पुलिस ने पैदल मार्च निकाला। उमर फारुकी मस्जिद के पास विशेष समुदाय के लोगों ने हंगामा करने की कोशिश की। इसके बाद मौके से उनको खदेड़ा गया। पुलिस ने पत्थरबाजी करने वाले 43 लोगों को गिरफ्तार किया है।
15 साल पहले हुआ था समझौता
बताया जा रहा है जिस जमीन पर अवैध निर्माण हो रहा था। उस जमीन को लेकर 15 साल पहले हिंदू पक्ष और मुस्लिम पक्ष में निर्माण न करने को लेकर समझौता हुआ था, लेकिन पिछले दिनों मुस्लिम पक्ष ने समझौता तोड़कर निर्माण शुरू कर दिया। इसका हिंदू पक्ष ने विरोध किया। इसके बाद दूसरे समुदाय के लोगों ने ईंट- पत्थरों से हमला कर दिया।
पत्थर और ईंटों से पट गईं सूरसागर की सड़कें
15 साल बाद जोधपुर के सूरसागर इलाके में एक बार फिर जमीन के लिए जंग छिड़ गई। हालात इस कदर बिगड़े कि घंटों तक दो समुदाय के लोग एक दूसरे पर पत्थर बरसाते रहे। जिसके हाथ में जो आया वो दूसरी तरफ फेंकता रहा। किसी ने ईंट मारी तो किसी ने पत्थर फेंके। किसी ने बोतल को ही अपना हथियार बना लिया। देखते ही देखते सूरसागर इलाके की सड़कें पत्थर और ईंटों से पट गईं।
बेबस नजर आई पुलिस
हालात काबू करने पुलिस की टीम पहुंची तो उस पर भी उपद्रवियों ने पथराव कर दिया। उपद्रवियों ने एक दुकान में आग लगा दी। दुकान में रखा सारा सामान जलकर खाक हो गया। उपद्रवियों ने एक शख्स के घर में भी आग लगा दी। वो पुलिस से मदद मांगता रहा, लेकिन पुलिस उपद्रवियों के आगे बेबस नजर आई।
ऐसे बढ़ा दोनों पक्षों में विवाद
बता दें कि जोधपुर के सूरसागर थाना क्षेत्र में विवाद तब शुरू हुआ जब हिंदू पक्ष ने मुस्लिम पक्ष को ईदगाह के पास गेट बनाने और गाड़ियों की अवैध पार्किग करने से रोका। इसके बाद मामला इतना बढ़ा कि दोनों पक्षों में घंटों तक पत्थरबाजी होती रही। हिंदू पक्ष का कहना है कि मुस्लिम पक्ष जमीन पर अवैध कब्जा करना चाहता है। इसका वो विरोध कर रहे हैं।
ये है विवाद की मेन जड़
ये हंगामा जिस जमीन के टुकड़े पर कब्जे के लिए हुआ है। उस जमीन को लेकर 15 साल पहले हिंदू और मुस्लिम पक्ष के बीच समझौता हुआ था। इसके बाद ये तय हुआ था कि विवादित जमीन पर कोई निर्माण नहीं करेगा, लेकिन पिछले दिनों मुस्लिम पक्ष ने समझौते को तोड़कर ईदगाह के पास विवादित जमीन की तरफ गेट खोल दिया। हिंदू पक्ष का कहना है कि यहां पर दर्जनों अवैध दुकानों के जरिए जमीन पर कब्जा किया जा रहा है।