राजस्थान का जोधपुर शहर यानी सनसिटी एक बार फिर गन सिटी बनने की ओर है। कुछ साल पहले जोधपुर शहर में फायरिंग होना एक आम बात हो गई थी लेकिन पुलिस की सख्ती के बाद हालत ठीक हुए। पुलिस में शहर के तमाम हिस्ट्रीसीटरों को जेल में ठूस दिया था। एक बार फिर जोधपुर शहर में अवैध हथियारों के दम पर लोगों को डराने धमकाने और लूटने का कारोबार शुरू हो चुका है। ताजा मामला जोधपुर के प्रताप नगर सदर थाना क्षेत्र का है। जहां एक शराब के ठेके के बाहर एक बदमाश अवैध लोड रिवाल्वर तान करके खड़ा हो गया। उसकी इस हरकत से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। सड़क से गुजर रहे लोग डर गए।
शराब व्यवसायी को रिवाल्वर से धमकाया
बताया जा रहा है कि शराब व्यवसायी से इस युवक ने शराब लेने के बाद पैसे को लेकर बहस की। इस दौरान युवक शराब के ठेके के बाहर खड़ा हो गया। उसने पेंट के पीछे की तरफ हाथ डाला। रिवाल्वर निकाली और उसे लोड किया। इसके बाद ठेकेदार के सामने रिवाल्वर तानकर खड़ा हो गया।
सीसीटीवी में कैद हुई घटना
इस दौरान उसके साथी शराब के दुकानवालों को धमकाते रहे। बदमाशों ने पैसे नहीं दिए और धमकाते हुए मौके से निकल गए। युवक की इस हरकत से क्षेत्र में दहशत का माहौल पैदा हो गया। यह पूरी घटना शराब के ठेके पर लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई।
आरोपी युवक की हुई पहचान
इस घटना के बाद शराब ठेकेदार इतना दहशत में आ गया कि उसने पुलिस में रिपोर्ट तक दर्ज नहीं करवाई लेकिन वीडियो सामने आने के बाद प्रताप नगर सदर थाना पुलिस ने स्वतः संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज किया है। सीसीटीवी में रिवाल्वर निकालने वाले युवक का नाम मोहम्मद आकिब बताया जा रहा है जो की जाकिर हुसैन कॉलोनी गली नंबर 2 का रहने वाला है।
मामूली बात को लेकर हुई नोंकझोक
पुलिस ने कहा कि आरोपी युवक शराब पीने के लिए ठेके पर गया था। इस दौरान प्रताप नगर क्षेत्र में बनी शराब दुकान पर पैसे की लेनदेन को लेकर मामूली नोंकझोक हो गई। इस दौरान युवक ने पैंट से रिवाल्वर तानकर दुकानदार को धमकाया। हालांकि, पुलिस द्वारा इस बात की पुष्टि नहीं की गई है कि उसने फायर किया। सूत्रों की माने तो उसने दुकान पर एक राउंड फायर भी किया है।
रिवाल्वर के दम पर शहर में रंगदारी का कारोबार
जोधपुर शहर में रिवाल्वर के दम पर रंगदारी का कारोबार कुछ साल पहले बहुत फलाफूला था। अंतरराज्यीय गिरोह सरगना लॉरेंस बिश्नोई के जोधपुर से संबंध जोड़ने के बाद गली-गली डॉन किस्म के युवा तैयार होने लगे थे। शहर के कई नामी गिरामी लोगों को डरा कर और उनके कार्यालय और घर के बाहर फायरिंग करके रंगदारी वसूली का खेल काफी चला था, लेकिन पुलिस ने जब इसके खिलाफ कई बड़ी कार्रवाइयों का अंजाम दिया तब जाकर यह खेल खत्म हुआ।
चन्द्रशेखर व्यास की रिपोर्ट