
राजस्थान के झालावाड़ में बोरवेल में गिरे पांच साल के प्रह्लाद को नहीं बचाया जा सका। रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी टीम ने सोमवार तड़के चार बजे प्रह्लाद को बाहर निकाल लिया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। पुलिस ने प्रह्लाद का शव डग अस्पताल के शवगृह में रखवाया है। घटना झालावाड़ के डग की है। यहां पाड़ला गांव में रविवार दोपहर पांच साल का एक बच्चा खेत में खेल रहा था। इसी दौरान वह बोरवेल में गिर गया।
प्रह्लाद बागरी के बोरवेल में गिरने की सूचना प्रशासन को मिली तो रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। लगभग 16 घंटे बाद उपकरणों की मदद से प्रह्लाद को बाहर निकाल लिया गया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
प्रशासन ने की पूरी कोशिश
डग के पाड़ला गांव में बोरवेल में पांच साल के बच्चे के गिरने की जानकारी मिलने पर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। जिला कलेक्टर अजय सिंह राठौड़ और पुलिस अधीक्षक ऋचा तोमर घटना स्थल पर भी पहुंचे। कोटा से राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) रेस्क्यू टीम भी मौके पर पहुंची। इसके बाद उपकरण के जरिये बोरवेल में गिरे बालक को निकालने का प्रयास शुरू किया गया। बालक बोरवेल के 30 फिट नीचे फंसा हुआ था। ऐसे में उसके लिए ऑक्सीजन की व्यवस्था की गई और सीसीटीवी कैमरे से लगातार उस पर नजर रखी जा रही थी, लेकिन उसकी जान नहीं बचाई जा सकी।
एसडीएम का बयान
इस संबंध में जानकारी देते हुए गंगधार एसडीएम छत्रपाल सिंह ने बताया कि डग के पाडला गांव में 5 वर्षीय मासूम प्रहलाद खेत पर था और वहां खेलते समय 30 फीट बोरवेल गड्ढे में जा गिरा। परिजनों की सूचना के बाद पुलिस तथा प्रशासन मौके पर पहुंचा। इस दौरान उच्च अधिकारियों को भी घटना से अवगत करा दिया गया। बताया जा रहा है कि बालक प्रहलाद अपने माता-पिता के साथ खेत पर था। माता-पिता खेत में काम कर रहे थे और पीछे बच्चा खेल रहा था। वह खेलते हुए बोरवेल के पास चला गया और उसमें जा गिरा।
(झालावाड़ से अनीस आलम की रिपोर्ट)