राजस्थान के जालोर में एक पुलिसकर्मी ने जज को ठीक से सलाम नहीं किया तो उसे सात दिन तक सैल्यूट करने की ट्रेनिंग दी जा रही है। इसके साथ ही उसे 10 दिन के अंदर रिपोर्ट भी भेजनी होगी। सात दिन तक चलने वाली ट्रेनिंग में पुलिसकर्मी को रोजाना परेड करनी होगी और सैल्यूट करने का अभ्यास करना होगा। इसके बाद रिपोर्ट भेजी जाएगी और पुलिसकर्मी की ट्रेनिंग पूरी होगी। इस दौरान पुलिसकर्मी को यह भी बताया जाएगा कि कोर्ट में उपस्थिति के दौरान किन-किन नियमों का पालन करना पड़ता है।
पूरा मामला न्यायाधीश की एक टिप्पणी पर आधारित है। जज ने कहा कि पुलिसकर्मी को ट्रेनिंग की जरूरत है और उसकी सात दिन की ट्रेनिंग का शेड्यूल तैयार कर दिया गया।
न्यायाधीश मोहम्मद हारून ने दिया निर्देश
राजस्थान पुलिस में हेड कांस्टेबल के पद पर तैनात पूनमाराम जिला सेशन न्यायालय में पेश हुए थे। इस दौरान उन्होंने जज साहब को ठीक से सैल्यूट नहीं किया और जज इससे नाराज हो गए। इस घटना के बाद जज ने सीनियर पुलिस अधिकारी से पूनमाराम की शिकायत कर दी। जज ने पुलिस महानिरीक्षक को पूरी घटना के बारे में बताया। इसके साथ ही निर्देश दिए की पुलिसकर्मी को ट्रेनिंग की जरूरत है।
शिकायक के बाद ट्रेनिंग का आदेश
जिला सेशन न्यायालय के न्यायाधीश मोहम्मद हारून के निर्देश के बाद पुलिस महानिरीक्षक ने पूनमाराम को 7 दिनों तक पुलिस लाईन में परेड करवाने और सैल्यूट का अभ्यास कराने का निर्देश दिया। जिला न्यायालय के पुलिसकर्मी को कोर्ट में उपस्थिति के दौरान अपनाए जाने वाले नियमों के बारे में भी पूरी जानकारी दिए जाने की बात कही। आदेश में यह भी साफ किया गया है कि इसका पालन हुआ या नहीं हुआ और अगर हुआ तो कितना और कैसे हुआ। इसकी पूरी रिपोर्ट 10 दिन के अंदर संबंधित कार्यालय को भेजनी होगी। एसपी ज्ञानचंद यादव ने बताया कि माननीय न्यायालय और पुलिस महानिरीक्षक के आदेश अनुसार हेड कांस्टेबल पूनमाराम को ट्रेनिंग दी जाएगी। वह 7 दिनों तक पुलिस लाइन में परेड करेंगे और सैल्यूट करने का अभ्यास करेंगे।